- ओमप्रकाश शर्मा गुट एमएलसी चुनाव में सिखाएंगे सबक
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष विनेश त्यागी ने कहा है कि वर्तमान विधान परिषद चुनाव में जो भी भाजपा नेता शिक्षक विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया जाएगा, शिक्षक उन्हें चिह्नित करके आने वाले विधानसभा चुनाव में उसे सबक सिखाने का काम करेंगे।
रविवार को शहर के धीमानपुरा स्थित दयानंद वैदिक इंटर कालेज में जिलाध्यक्ष विनेश त्यागी पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लखनऊ में शिक्षकों के सभी संगठनों ने मिलकर भाजपा प्रत्याशी तथा गैर शिक्षक व्यक्ति को विधान परिषद में भेजने की भाजपा की कोशिशों का विरोध किया।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार निजी शिक्षण संस्थाओं को बढ़ावा देकर जहां एक ओर आम नागरिकों के शिक्षा के मौलिक अधिकारों का हनन करने में लगी हुई है, वहीं सरकार निजी प्राइवेट स्कूलों को प्रोत्साहित कर रही है तथा माध्यमिक विद्यालयों को शिक्षक विहीन बनाकर इन स्कूलों का अस्तित्व मिटाने में लगी हुई है।
आज इन माध्यमिक विद्यालयों में पांच लाख शिक्षक कार्य कर रहे हैं। समाज का प्रत्येक व्यक्ति यह कल्पना करता है कि कल उसका बेटा, बेटी, पुत्रवधू शिक्षक बनेंगे, लेकिन सरकार की शिक्षक नीति विरोध के चलते उनकी सोच भविष्य में मात्र यह केवल कल्पना ही बनकर रह जाएगी, क्योंकि भाजपा सरकार माध्यमिक स्कूलों को बंद करने की साजिश रच रही है।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा से जुड़ी समस्याओं में कोई दिलचस्पी नहीं ले रही है। माध्यमिक शिक्षा मंत्री तथा प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि भाजपा की प्रदेश में सरकार आने पर समान कार्य के आधार पर समान वेतन देंगे, लेकिन निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक आज बुरी हालत से गुजर रहे हैं। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के दबाव के चलते सरकार ने बाद में इन शिक्षकों को न्यूनतम 10 हजार प्रति माह का मानदेय देने का वादा किया था, लेकिन 15 दिन पहले शिक्षा मंत्री ने कहा कि निजी स्कूलों के शिक्षकों को कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा।
इस अवसर पर आरपी शुक्ला, बालष्ण शर्मा, नरेशपाल तोमर, रेसपाल मलिक, रविंद्र सिंह पब्लिक इंटर कलेज कैराना, रविंद्रसिहॅ सिक्का, विश्वेंद्र पंवार, संजय देशवाल, बीआर सिंह, ब्रजराज सिंह सोलंकी, जयदेव, मानवेंद्र, मुकेश सैनी आदि शिक्षक मौजूद रहे।