जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: मुरादाबाद में मेट्रीमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर शादी का झांसा देकर 35 लोगों से 1.16 करोड़ रुपये ठगी करने वाले ‘बंटी बबली’ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बबलू झारखंड के लातू लातेहार और उसकी पत्नी पूजा बिहार के वैशाली निवासी है। सीओ सिविल लाइंस अनूप सिंह ने बताया कि नगर निगम में प्रवर्तन दल के प्रभारी कर्नल शिवेंद कुमार शाही ने दस जून 2022 में केस दर्ज कराया था।
जिसमें आरोपी उन्होंने बताया कि वह मूलरूप से लखनऊ के गार्डन सिटी डीएलएफ राय बरेली रोड पुरसैनी मोहन गंज निवासी हैं। उन्होंने सितंबर 2021 में मेट्रीमोनियल साइट पर डा. रोनित राय की प्रोफाइल देखी थी। जिसमें उसने खुद को एमबीबीएस, एमएस और जनरल सर्जन बताया था। प्रोफाइल के साथ दिए गए नंबर पर शिवेंद्र कुमार ने बात की। तब आरोपी ने अपने पिता को इनकम टैक्स विभाग से सेवानिवृत्त कमिश्नर और मां को सीए बताया था।
रिश्ता तय होने पर आरोपी ने कर्नल और उनकी बेटी से करीब 28 लाख रुपये ठग लिए थे। सिविल लाइंस पुलिस और साइबर सेल ने मोबाइल डिटेल और एकाउंट नंबरों की डिटेल खंगालकर आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई। जिसके जरिये पुलिस ने रविवार को आरोपी रोनित राय और पूजा यादव को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि उसका असली नाम बबलू कुमार है।
वह झारखंड के लातू लातेहार जनपद के बालूमाथ थानाक्षेत्र के लातू गांव निवासी है, जबकि उसकी पत्नी पूजा यादव बिहार के वैशाली जनपद के रहिमापुर निवासी है। पूछताछ में ये भी पता चला है कि दोनों देश के अलग-अलग राज्यों के 35 लोगों से एक करोड़ 16 लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं।
आरोपी बबलू मेट्रीमोनियल साइट पर खुद को डॉक्टर बताकर अपनी आकर्षक फोटो डालकर लोगों को फंसाता था। रिश्ता तय होने के बाद आरोपी लड़की की कुंडली मंगाने के बाद उसे मंगल दोष बताकर पूजा कराने के नाम पर ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कराते थे। रविवार दोपहर बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी बबलू ने बताया कि इंटरमीडिएट करने के बाद कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी करने गया था। वहीं उसकी मुलाकात पूजा से हुई थी।
दोनों एक ही कोचिंग सेंटर पर पढ़ाई कर रहे थे। इस दौरान दोनों की दोस्ती हो गई। इसके बाद बबलू और पूजा ने शादी कर ली और एक साथ रहने लगे थे। पूजा की एक सहेली ने इस तरह कुछ लोगों से ठगी की थी। सहेली की राह पर चलते हुए उसने अपने पति को इसी तरह की ठगी करने के लिए तैयार किया। इसके बाद आरोपी बबलू ने खुद को डॉक्टर रोनित राय बताकर अपनी प्रोफाइल बनाकर लोगों से ठगी शुरू कर दी थी।
आरोपी बबलू कुमार और उसकी पत्नी पूजा ने करीब ढाई साल में 35 लोगों से एक करोड़ 16 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसे सट्टा खेलने का शौक है। उसने साइबर ठगी की रकम राजस्थान में अपने साथी सटोरिये राजकुमार सतीजा को देता था। उसने सबसे ज्यादा मैच पर सट्टा लगाया था। कर्नल को इस तरह गहराया था शक मुरादाबाद। सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराने वाले कर्नल शिवेंद्र कुमार शाही ने पुलिस को बताया कि आरोपी बबलू कुमार अपने पिता की जगह खुद ही बात करता था। जबकि मां की जगह पत्नी से बात करता था। सगाई का कार्यक्रम रांची के होटल में रखा गया था।
तारीख नजदीक आने के बाद आरोपी के पिता ने कर्नल को फोन किया और कहा कि बैंगलुरु के गुंडों ने धमकी दी कि अगर शादी की तो हत्या कर देंगे। अभी सगाई और शादी का कार्यक्रम रद्द करना होगा। मेरा बेटा आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जा रहा है। अमेरिका या दुबई में शादी कर लेंगे। कुछ दिन बात बताया कि रोनित राय का एडमिशन अमेरिका में हो गया है। इसके बाद कर्नल को शक हुआ। उन्होंने रांची के होटल में संपर्क किया और रोनित राय के नाम से बुकिंग के बारे में जानकारी की। तब पता चला कि वहां कोई बुकिंग नहीं थी। तब कर्नल ने पुलिस अफसरों से शिकायत की। कॉल करने पर रोनित ने बताया कि उसका असली नाम बबलू है। पिता भी वह खुद ही बनकर बात करता है।
आरोपी बबलू और पूजा ने 35 लोगों से ठगी से एक करोड़ 16 लाख 83 हजार 191 रुपये की ठगी की। लेकिन पुलिस आरोपी से एक भी रुपया बरामद नहीं कर पाई है। पुलिस का दावा है कि आरोपी रुपये सट्टे व अन्य कामों में खर्च कर चुका है।
मेट्रीमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाता था। इसके लिए वह अपने फोटो एडिट करके पोस्ट करता था। इसके अलावा उसने कई डॉक्टरों के फोटो भी इस्तेमाल किए थे। आरोपी विश्वास जमाने के लिए एक लाख रुपये के साथ शगुन के तौर पर एक रुपया भी लेता था।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने जितनी भी फर्जी प्रोफाइल बनाई थी। उसमें खुद को एमबीबीएस और एमएस डॉक्टर ही बताया था। इसके बाद बड़े घरों के लोग अपनी बेटियों के रिश्ता तय करने के लिए उसके पीछे खुद ही लग लगाते थे। आरोपी ने सरकारी विभागों के अफसर, डॉक्टर और बड़े कारोबारी भी आरोपी के चंगुल में फंस गए। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर को भी आरोपी ठग चुका है।
इनसे की थी ठगी
- कर्नल शिवेंद्र कुमार शाही
- वीरेंद्र कुमार
- असीम बाजपेयी
- निर्मल कुमार पांडे
- अजय दीक्षित
- अशोक कुमार
- मनोज कुमार
- धीरज कुमार चौबे
- सुमित कांत
- सौम्या सिंह
- पीयूष रंजन
- कृष्ण कुमार
- राहित शाह
- सोनाली
- राकेश नरौला कमलेश पांडेय
- शैलेश वाजपेयी
- कोकिला
- आदित्य
- भूप कुमार
- संजय कुमार
- राघवन
- अरविंद
- मधु कुमार संतोषी
- सुकीर्ति
- सुमन
- संतोषी