- कार मालिक ने पत्नी, एक साल के बेटे और ढाई साल की बेटी सहित कार से कूदकर बचाई जान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: टीपी नगर क्षेत्र मलियाना बम्बे के समीप भैयादूज मनाकर घर लौट रहा एक परिवार चलती कार में आग लगने पर बाल-बाल बच गया। आनन फानन में कार मालिक ने अपनी पत्नी और एक साल के बेटे और ढाई साल की बेटी सहित कार से कूदकर जान बचाई। कार चंद सेकंड में धू-धूकर जलने लगी। गनीमत रही कि परिवार के किसी सदस्य को को कोई हानि नहीं हो पाई। पूरा परिवार सदमे में डूबा रहा। उधर फायर ब्रिगेड की गाड़ी और थाना पुलिस पौन घंटे बाद मौके पर पहुंची। तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी।
मलियाना, शिव हरी मंदिर कालोनी निवासी विशाल शर्मा पुत्र सुभाष चन्द्र शर्मा बड़ौत में कोरियर कंपनी में जॉब करते हैं। विशाल शर्मा पत्नी और बच्चों संग भैयादूज त्योहार पर क्वीड कार डीएल 1-सीवी 3934 से बुढ़ाना गये थे। बुधवार की शाम वह बुढ़ाना से कार से परिवार संग अपने घर लौट रहे थे। जब विशाल शाम 6 बजे के आसपास पत्नी और अपने एक साल के बेटे और ढाई साल की बेटी के साथ मलियाना बम्बे पर पहुंचे।
तभी उनकी कार हीट हो गई। जिसके चलते कार की बोनट में से धुआं उठता दिखाई दिया। विशाल कार से नीचे उतरे और कार का बोनट उठाकर उसमें रेत डालकर आग लगने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन इस बीच कार में आग लग गई। आनन-फानन में विशाल कार में आग लगती देख अंदर बैठी पत्नी और बच्चों को निकालने के लिए भागे। उन्होंने जल्दी ही पत्नी और बच्चों को जलती हुई कार में से निकाला।
चंद सेकं ड में कार में लगी आग ने विकराल रुप धारण कर लिया। विशाल ने कार में लगी आग से दूर हटते हुए अपने भाई को सूचना दी। उधर भाई ने 112 नंबर पर पुलिस को फोन मिलाया, लेकिन उधर से 112 नंबर पर किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। सड़क किनारे कार में आग लगती देख आवागमन रुक गया। राहगीर अपने वाहनों से बाहर निकलकर कार में लगी आग का वीडियो बनाने लगे।
वहीं कार मालिक और उसका परिवार अपनी कार को अपनी आंखों के सामने जलते देखते हुए बेबस नजर आया। करीब सात बजे के आसपास पौन घंटे बाद थाना टीपी नगर पुलिस पहुंची और कार मालिक से जानकारी की। उधर, फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
सात दिन पहले ही यार्ड से खरीदी थी क्वीड
विशाल ने बताया कि उन्होंने सात दिन पहले ही कार यार्ड से खरीदी थी। वर्ष 2017 का मॉडल होने पर कार दो लाख रुपये में खरीदी थी। कार इंश्योरेंस थी या नहीं। इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वह थर्ड पार्टी थे। बुढ़ाना जाने से पहले उन्होंने कार को मैकेनिक को दिखाया था। उसने कार को चेक करने के बाद कहा था कि कोई बात नहीं आप बाहर ले जा सकते हो।
दहशत में रहा पूरा परिवार
जलती हुई कार से पत्नी और मासूम बेटे और बेटी को बाहर निकालने के बाद वह सहमे हुए नजर आये। उन्होंने कहा कि अगर थोड़ी देर ओर हो जाती तो पत्नी और बच्चे नहीं बच पाते। भगवान का शुक्रिया है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। उधर लोगों ने सड़क पर कार को जलते हुए देखा तो यही पूछते नजर आये कि कोई कार में अंदर तो सवार नहीं था, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कोई कार में अंदर नहीं था। तो लोगों ने ऊपर वाले का शुक्रिया अदा किया।
डायल 112 पर फोन मिलाते रहे, लेकिन नहीं उठा फोन
विशाल और उनके भाई ने बताया कि उन्होंने करीब 12 बार से अधिक 112 पर पुलिस को फोन किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। हम थक कर बैठ गये। उनकी कार उनकी आंखों के सामने जलती रही। पुलिस और फायर करीब पौन घंटे बाद मौके पर पहुंची।