- 18 साल से ऊपर के युवाओं में जबरदस्त उत्साह
- पहले चरण में 81.4 प्रतिशत लोगों ने लगवाया टीका
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एक तरफ कोरोना का वायरस कहर बरपा रहा है वहीं दूसरी ओर शासन ने 18 साल से ऊपर उम्र के लोगों को टीका लगाने का अभियान शनिवार से शुरू कर दिया है। मेरठ के 10 सेंटरों पर चले टीकाकरण अभियान के लिए तीन हजार वैक्सीन लेकर हवाई जहाज पहुंचा था। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में 81.4 प्रतिशत लोगों ने टीका लगवाया।
कोरोना की कोवैक्सीन लगवाने के लिये लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। सबसे ज्यादा टीकारण चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में 97 प्रतिशत टीकाकरण किया गया। अब कोवैक्सीन सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही लगा करेगी क्योंकि किसी भी प्राइवेट अस्पतालों ने इसके लिये आवेदन नहीं किया है।
जिले के लिए तीन हजार कोवैक्सीन का डोज विशेष विमान से लाया गया। स्वास्थ्य विभाग के पास स्टाक खत्म हो गया था। इस कारण से तीन हजार डोज मंगानी पड़ी। इधर, विश्वविद्यालय समेत दस सेंटरों पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है। युवा से लेकर 44 साल तक लोग लाइनों में लगकर अपनी पारी का इंतजार कर रहे हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण गौतम ने बताया कि शनिवार को सात केंद्रों पर तीन हजार लोगों को टीका लगाने की व्यवस्थ की गई थी। टीकाकरण दोपहर 12 बजे से शुरू हो गया, जो शाम तक जारी रहा। वहीं रविवार को टीकाकरण का कार्य नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को शासन के साथ वीसी में टीकाकरण को लेकर चर्चा हो हुई थी।
जिस पर अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन ही नहीं है तो टीकाकरण कैसे होगा। इस पर शासन ने विशेष विमान से मेरठ तक टीका पहुंचाने का प्रबंध किया था। विशेष विमान से कोवैक्सीन के तीन हजार डोज सुबह करीब 10 बजे आ गया था। इस दौरान शहर हवाई अड्डे पर कड़ी सुरक्षा तैनात की गई थी। फिर वहां से पुलिस बल के गाड़ियों के बीच में कोवैक्सीन की डोज सेंटरों पर भेजी गई।
राज्य प्रतिरक्षण निदेशालय का एक अधिकारी विमान के साथ आया था। पांच केंद्रों पर 12 बजे से टीकाकरण शुरू किया गया जबकि बाकी सेंटरों पर 11 बजे के आसपास टीकाकरण शुरू कर दिया गया था। 10 सेंटरों पर टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफी उत्साह नजर आया।
केंद्रों पर सुबह से ही युवा से लेकर अन्य आयु वर्ग के लोग सेंटरों पर पहुंचते हुए नजर आए। कोरोना को हराने के लिए 30 से ऊपर के आयु वर्ग के लोगों में भी ज्यादा उत्साह नजर आया। चौधरी चरण सिंह विवि सेंटर पर सुबह से ही लंबी लाइन लगी रही। हालांकि 11 बजे के बाद ही इन सभी 10 सेंटरों पर वैक्सीनेशन होना शुरू हुआ।
टीका लगवाने के बाद आस्था अग्रवाल ने बताया कि पहले तमाम तरह की भ्रांतियां मन में बैठी हुई थी, लेकिन टीका लगने के बाद अच्छा महसूस कर रही हूं। खुशी यह है कि पहले चरण के अभियान में हिस्सा बनी। मेरठ बुक सेलर्स एसोसिएशन के संजय अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने आस्था और चिराग से पहले ही आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन करा लिया था।
18 से ऊपर वाले लोगों को लगाई गई वैक्सीन
18 से 44 साल उम्र वर्ग वालों के लिए शनिवार से मेरठ समेत यूपी के सात जिलों में वैक्सीनेशन का काम शुरू हो गया। जिले में टीकाकरण के लिए बनाए गए 10 सेंटरों पर युवाओं में वैक्सीन लगवाने को लेकर उत्साह देखने को मिला। बता दे कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित आइक्यूएसी बिल्डिंग में बने वैक्सीनेशन सेंटर में शनिवार को काफी संख्या में युवा अपने स्वजनों के साथ वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे।
पहले दिन यहां 200 लोगों को वैक्सीन लगनी थी जबकि मौके पर उससे कहीं ज्यादा लोग पहुंचे। जिसकी वजह से वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया 12 बजे के बाद शुरू हो सकी। जबकि वैक्सीन के लिए लोग सुबह आठ बजे से ही पहुंचने लगे थे नंबर आने में देरी के कारण कुछ लोगों ने विरोध भी जताया बाद में सभी को कतार बंद कर वैक्सीनेशन के लिए भीतर भेजा गया। वैक्सीन लगवाने वाली रिया ने बताया कि जब पहला चरण शुरू हुआ था तब से ही वह वैक्सीन का इंतजार कर रही थी।
धीरे-धीरे वायरस के ज्यादा घातक होने पर वह जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाना चाहती थी। निगरानी के तौर पर उन्हें घर के साथ पूरे परिवार को भी देखना होता है। बताया कि शुक्रवार शाम ही उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया और स्लॉट भी कल ही मिल गया। साक्षी का कहना है कि वैक्सीन सीनियर सिटीजन के लग चुकी है जब उनको किसी तरह की परेशानी नहीं हुई तो युवाओं को कैसे हो सकती है। इसलिए मेरा कहना है कि वैक्सीन सभी को लगवानी चाहिए।