जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री ब्रजेश पाठक की अध्यक्षता में मंगलवार को एनेक्सी में भारत सरकार के अधिकारियों एवं राज्य स्तरीय अधिकारियों द्वारा जनपद लखनऊ में एनसीडीसी, नई दिल्ली की शाखा स्थापित किये जाने के लिए भूमि हस्तान्तरण किये जाने के सम्बन्ध में एमओयू तथा लीज डीड पर हस्ताक्षर किये गये।
मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रणेश चंद्र शुक्ल, संयुक्त सचिव तथा भारत सरकार की ओर से अनिल डी. पाटिल, अपर निदेशक, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एवं डॉ शिखा वर्धन संयुक्त निदेशक तथा हेड, एनसीडीसी ब्रांचेज भारत सरकार के द्वारा हस्ताक्षर किए गए। बृजेश पाठक ने बताया कि एनसीडीसी, नई दिल्ली शाखा स्थापित किये जाने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में वेक्टर जनित रोगों, संचारी रोगों, गैर संचारी रोगों के प्रकोप की जांच, निगरानी प्रणाली का मूल्यांकन एवं सर्वेक्षण करने तथा किसी भी प्रकार की आपदा के लिए तैयारी व चल रही आपदा और आपदा के बाद की रोकथाम और नियंत्रण उपायों के लिए चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टाफ की क्षमता निर्माण करना है। एनसीडीसी भारत सरकार, अन्य इच्छुक संस्थानों व गैर सरकारी संगठनों के समन्वय के साथ चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू करना व यूपीपीएमएचएस और अन्य राज्यों के चिकित्सा अधिकारियों की क्षमता निर्माण के लिए 2 वर्षीय ईआईएस पाठ्यक्रम की शुरुआत करना भी इस शाखा की स्थापना के उद्देश्यों में है।
इसके अतिरिक्त महामारी संभावित बीमारियों और आने वाले खतरों के लिए मौजूदा निगरानी प्रणाली में वृद्धि। आवश्यकता के अनुसार सक्रिय निगरानी प्रणाली के लिए सेट-अप की स्थापना। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार मौजूदा, फिर से उभरने की संभावना, उभरते संक्रामक रोगों या आने वाले खतरों का निदान। सैम्पल्स व जैव चिकित्सा अपशिष्टों के परामर्श, संग्रह, परिवहन, हैण्डलिंग, निदान, रिपोर्टिंग और निपटान के क्षेत्र में माइक्रोबायोलॉजिस्ट- पैथोलॉजिस्ट, चिकित्सा अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टाफ की क्षमता का निर्माण भी इस शाखा की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण रवींद्र, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डा वेदव्रत सिंह, निदेशक संचारी रोग डॉ अविनाश कुमार सिंह, तथा राज्य सर्विलांस अधिकारी डा विकासेंदु अग्रवाल भारत सरकार एवं राज्य सरकार के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।