- गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण पूर्ण कराने की मांग
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: कस्बा छपरौली से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे और कस्बे में बस अड्डे के पास बन रही स्थाई गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण में हो रही देरी पर रोष जताया।
कस्बावासियों ने एडीएम बागपत को एक ज्ञापन भी दिया और गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण को पूर्ण कराने की मांग की। साथ ही निर्माण में बेवजह दखल देने वालों पर कार्यवाही की मांग की है।
कस्बा छपरौली के देवेंद्र सिंह, भीष्म सिंह, दलबीर सिंह, कृष्णपाल, अनिल, ऋषि पाल सिंह, धन सिंह व व सुधीर चौधरी आदि ने एडीएम बागपत अमित सिंह को ज्ञापन देते हुए बताया कि कस्बे में नगर पंचायत छपरौली के प्रस्ताव के बाद नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा कान्हा पशु आश्रय योजना को मंजूरी दी गयी थी।
जिससे कस्बे व आसपास के क्षेत्र में घूम रहे बेसहारा गोवंश को संरक्षित किया जा सके। नगर पंचायत द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन के लिए लगभग पिछले डेढ़ साल से लगातार कोशिश की जा रही है।
आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक सोच व राजनीतिक रंजिश रखने वाले व्यक्तियों द्वारा इसके निर्माण में बार-बार बाधा डाली जा रही है।
वर्तमान में भी मौजूदा जगह बंजर जमीन का घेराव कर कान्हा पशु आश्रय स्थल का निर्माण चल रहा है। मगर कुछ व्यक्ति इसके निर्माण में बाधा पहुंचाने के उद्देश्य ठेकेदार, वहां कार्यरत कर्मचारी तथा मजदूरों को डराने का कार्य कर रहे हैं तथा नगर पंचायत पर मनगढ़ंत आरोप लगाकर प्रशासन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
जबकि हकीकत में वह गलत है। बताया कि बेसहारा गोवंश लगातार किसानों पर हमले कर रहे है। जिसमें कई किसान गंभीर रूप से घायल हुए है। कस्बावासियों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ पाने को कुछ लोग इसमे बाधा डाल रहे है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निर्माणाधीन बेसहारा गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण को रुकवाने का षड्यंत्र इसलिए भी किया जा रहा है ताकि निजी बस संचालन यूनियन के लोग इस जमीन पर अवैध कब्जा कर इसे अपने आर्थिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर सकें।
एडीएम बागपत से कस्बावासियों ने गुहार लगाई कि निर्माण को रुकवाने वाले, जनहित के कार्य में बाधा डालने व फर्जी हस्ताक्षर कर शिकायत करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए एवं गौशाला आश्रय स्थल का जल्दी से जल्दी निर्माण किया जाए ताकि क्षेत्र वासियों को बेसहारा गोवंश से राहत मिल सके।
उन्होंने कहा कि उनकी फसलों को भी भारी नुकसान हो रहा है। गोवंश का समाधान न हुआ तो वह खेतो में भी नहीं जा पाएंगे। एडीएम ने आश्वासन दिया कि ठेकेदार को निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिए है और जल्द निर्माण पूरा कराया जाएगा।