- ऊर्जा निगम में संविदा कर्मचारी तीन दिन से बगावत का उठाए हुए हैं झंडा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ऊर्जा निगम में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी पिछले तीन दिन से बगावत का झंडा उठाए हुए हैं। क्योंकि संविदा कर्मियों के तबादले कर दिये गए है तथा खंबे से बिजली कनेक्शन को डिस्कनेक्ट करने के दौरान लोग उनके साथ मारपीट कर रहे हैं। मारपीट की कई वीडियो भी वायरल हो रही हैं। इससे ऊर्जा निगम की खासी किरकिरी हो रही हैं। आला अफसर बिगड़ रहे हालात को संभाल नहीं पा रहे हैं।
दर्जन भर से ज्यादा मारपीट की घटनाएं अब तक हो चुकी हैं, जिसके चलते संविदा कर्मियों ने कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने से इंकार कर दिया। फिर ऊर्जा निगम के अफसरों ने संविदा कर्मियों के तबादले भी कर दिए। इसके बाद आक्रोश और भी बढ़ गया। जनपद में संविदा कर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद ऊर्जा निगम के अफसर खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। सोमवार को चीफ इंजीनियर अनुराग अग्रवाल और दो एसई से संविदा कर्मियों ने दो टूक कह दिया कि वो अपनी मांगों पर अडिग हैं।
पहले उनके तबादले निरस्त किए जाएं और कनेक्शन काटने जब जाते हैं उनको पुलिसकर्मी उपलब्ध कराए जाएं, तभी राजस्व वसूली के नोटिस चस्पा करेंगे और कनेक्शन काटेंगे। इसको लेकर चीफ इंजीनियर के आॅफिस में आज काफी गहमागहमी रही। संविदा कर्मियों के नेता कभी चीफ इंजीनियर के आॅफिस से बाहर तो कभी भीतर जा रहे थे। लास्ट में संविदा कर्मियों ने कहा कि तबादला वापस नहीं किया तो वह काम नहीं करेंगे।
इसके बाद ही चीफ इंजीनियर अनुराग अग्रवाल संविदा कर्मियों के सामने झुक गए और कहा कि संविदा कर्मियों की हर शर्त उन्हें मंजूर है, लेकिन काम पर लौट जाएं। तबादला वापिस करने के ऐलान के बाद ही संविदा कर्मियों ने वापस काम पर लौटने का ऐलान किया। इस दौरान संविदा कर्मी यूनियन के नेता विनोद, कासिम, सचिन, प्रभात आदि मौजूद रहे।