जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: एमजी पब्लिक स्कूल के कक्षा-2 व 3 के बच्चों को एजूकेशनल टूर पर महाभारत कालीन इतिहास रखने के साथ ही जैन समाज के धार्मिक महत्व वाले हस्तिनापुर ले जाया गया। वहां पर धर्म और संस्कृति को नजदीक से समझने के साथ ही बच्चों ने इतिहास और प्रकृति की भी जानकारी हासिल की। नौका विहार कर खूब मस्ती करने वाले बच्चों को हस्तिनापुर के सामाजिक, धार्मिक और सास्कृतिक इतिहास से अवगत कराया गया।
एमजी पब्लिक स्कूल के कक्षा 2 और कक्षा 3 के छात्र-छात्राओं को एजूकेशनल टूर पर हस्तिनापुर ले जाया गया। इस टूर में बच्चे और उनके शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहे। अपने टीचर्स के मार्गदर्शन में बच्चों ने इस टूर पर महाभारत कालीन तथा जैन धर्म की तीर्थ नगरी हस्तिनापुर का भ्रमण किया तथा पौराणिक इतिहास के बारे में भी जाना। यहां विद्यार्थी जंबूद्वीप पहुंचे और जैन धर्म के इतिहास के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने जंबूद्वीप परिसर में सुमेरू पर्वत, ध्यान मंदिर, तीन लोक की रचना आदि मंदिरों के दर्शन किए और नौका विहार, ट्रेन व झूलों का आनंद उठाते हुए जमकर मस्ती भी की।
बच्चे कैलाश पर्वत व श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर पहुंचे। बच्चों ने यहां जैन धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद पांडव टीला, प्राचीन पांडेश्वर मंदिर, कर्ण मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने कौरवों व पांडवों के राजपाट तथा उनके इतिहास एवं संस्कृति विषय मे विस्तारपूर्वक जानकारी हासिल की। पांडव टीले पर स्थित अमृत कूप को भी देखा। स्कूल प्रिंसीपल मोनिका गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों को धर्म, संस्कृति, इतिहास और प्राकृति से जोड़ने के लिए यह टूर आयोजित किया गया। ऐसे भ्रमण से बच्चों को इतिहास व संस्कृति को जानने का अवसर मिलता है।
मनोरंजन के साथ ही बच्चों को शिक्षित करना ही इस टूर का प्रमुख उद्देश्य रहा। ऐसे टूर से वह कुछ नया सीखते हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। बच्चों ने राजाओं की जीवनशैली के बारे में जाना जो उनके लिए नया अनुभव था। पूरे भ्रमण के दौरान बच्चों ने खूब मस्ती के साथ ही अनुशासन को भी बनाए रखा। एजूकेशनल टूर में प्राईमरी विंग की इंचार्ज कविता रावल के साथ ही कोर्डिनेटर बबीता वर्मा एवं स्कूल के अन्य शिक्षक व शिक्षिकाओं का सराहनीय सहयोग रहा।