- बारिश में लोग जरूरी कार्य के लिए घरों से बाहर निकले
- गड्ढों में दुपहिया वाहन चालक गिरकर हुए चोटिल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: क्रांतिधरा की सड़कें एक बार फिर बारिश व चोक नालों के दूषित पानी से जलमग्न हो गई। सुबह सेवरे से शुरू हुई बारिश दिनभर होती रही,जिसके चलते सुबह के समय जरूरी काम काज के लिए ही लोग घरों से बाहर के लिए निकले। अधिकतर लोग दिनभर बारिश के कारण घरों में ही कैद रहे।
उधर सड़कों पर बारिश व चोक नालों के दूषित पानी से जलमग्न हो गई। सड़क में बने गड्ढों में हुए जलभराव के कारण काफी संख्या में दुपहियां वाहन चालक वाहनों के गड्ढों में फिसलने से चोटिल भी हुए। इस दौरान कई जगहों पर ई-रिक्सा भी सड़क पर पलट गई। शहर की गड्ढा युक्त सड़कों की दुर्दशा देख हर कोई परेशान नजर आया।
क्रांतिधरा पर एनएच-58 या कैंट क्षेत्र की कुछ सड़कों को छोड़ दिया जाए तो बाकी शहर की अन्य सैंकडो की दुर्दशा देख हर कोई परेशान हैं। बिन बरसात के ही सड़क में बने गड्ढों के बीच से होकर गुजरना दुपहियां वाहन चालकों के साथ ई-रिक्सा चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। बरसात में गड्ढ़ा युक्त सड़कों से होकर गुजरना राहगीरों के लिए एक बडी मुसीबत का सबब बना हुआ है।
बुधवार को सुबह सवेरे बारिश के चलते सड़कों पर जलभराव हो गया। जिसमें सड़क पर हुए जलभराव एवं दिनभर बारिश के चलते अधिकतर लोग घरों में ही कैद रहे। जिन्हें डयूटी पर जाना या कोई मजबूरी थी वह ही घरों से बाहर निकले। शहर की सड़कों में बेशुमार गड्ढों के कारण बिन बरसात के भी सड़क हादसे होते रहते हैं,लेकिन बरसात में गड़्ढो में हुए जलभराव के कारण सड़क हादसों की संख्या बढ़ जाती है। शहर की सड़कों की दुर्दशा देख हर कोई परेशान हैं।
सड़कों में बने गड्ढों में जलभराव के चलते बाइक व स्कूटी सवार चोटिल हुए वहीं कई जगहों पर ई-रिक्सा तक पलट गई,जिसमें बैठी सवारी भी चोटिल हो गई,गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं लगी। शहर में सबसे ज्यादा सड़कों की दुर्दशा जो खराब है,वह माधवपुरम,भूमिया का पुल, लिसाडी गेट, बागपत बाइपास पर गंगा कॉलोनी,रेलवे रोड, जाकिर कॉलोनी,दिल्ली रोड, रोहटा बाइपास रोड पर जलभराव की समस्या बनी रही।
उधर शहर में छोटी गली मोहल्लों में बनी सड़कों की हालत भी ज्यादा अच्छी नहीं हैं। जिसमें निगम के वार्ड पार्षदों के द्वारा ऐसी सड़कों के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर महापौर हरिकांत अहलूवालिया एवं निगम कार्यालय में नगरायुक्त के पास भेजे हैं। देखना है कि इन प्रस्तावों पर आखिर कार्य कब शुरू होता है।
कौन-कौन सी गडढ़ा युक्त सड़कों की मरम्मत या नया निर्माण होता है,या फिर सड़कों में गड्ढ़ों को भरने के नाम पर खानापुर्ति की जायेगी,वह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल शहर की सड़कों पर बरसात के साथ चोक नालों का दूषित पानी जमा होने से शहर की जनता जहां एक तरफ परेशान हैं,वहीं दूसरी तरफ मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीर भी परेशान हैं।
पीडब्ल्यूडी से लेकर मेडा और निगम को किया कठघरे में खड़ा
जिले के विभिन्न मार्गों की खस्ताहालत से खफा भाजपाइयों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर लोक निर्माण विभाग, मेरठ विकास प्राधिकरण व नगर निगम अफसरों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लगाया है। पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के काजी शादाब ने सीएम को भेजे ज्ञापन में दर्जन भर से अधिक मार्गों का जिक्र करते हुए इनको दुरुस्त करवाने की मांग की है।
काजी शादाब का कहना है कि इन मार्गों के जीर्णोद्धार के लिए एक साल पहले सरकार ने वादा किया था, लेकिन अब वादाखिलाफी हो रही है। तीनों विभागों के अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शीघ्र ही क्षतिग्रस्त मार्गों के पुर्ननिर्माण की मांग की गई है।
इन मार्गों की सीएम से की गई शिकायत
- दिल्ली रोड, गढ़ रोड व लिसाड़ी रोड
- गोला कुआं रोड
- खैरनगर रोड
- रेलवे रोड
- बुढ़ाना गेट रोड
- रामबाग कॉलोनी रोड
- छतरी वाला पीर रोड
- लक्खीपुरा रोड
- भुमिया पुल रोड
- फतेहउल्लापुर रोड
- जैदी फॉर्म क्षेत्र की सड़कें
- टीपी नगर क्षेत्र की सड़कें
- माधवपुरम क्षेत्र की सड़कें
वेस्ट यूपी में झमाझम 69.3 मिमी हुई बारिश
मोदीपुरम: पिछले 20 दिन से कमजोर चल रहा मानसून ने फिर से अपनी लय पकड़ ली है। सूरज की तपिश और उमस भरी गर्मी के बीच बुधवार सुबह से शुरू हुई बारिश झमाझम होती रही। शाम तक 69.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। वैज्ञानिकों की माने तो 24 से 48 घंटे तक वेस्ट यूपी में अच्छी बारिश के आसार है। बारिश के चलते जगह-जगह शहर में जलभराव हो गया। जिस कारण से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
दिल्ली देहरादून हाइवे पर सुबह के समय बारिश के बीच अंधेरा छा गया। जिस कारण से वाहन स्वामियों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस व रात का न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम आर्द्रता 100 और न्यूनतम 65 दर्ज किया गया। बारिश 69.3 मिमी दर्ज की गई।
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। 20 से मानसून कमजोर रहा है, लेकिन आगामी 2 दिन तक वेस्ट यूपी में अच्छी बारिश होने की संभावना है। जबकि तराई क्षेत्र में बारिश ज्यादा होगी। इसके अलावा बुधवार को मेरठ का एक्यूआई 41 दर्ज किया गया। जयभीमनगर में 40, पल्लवपुरम में 43, गंगागनर में 39 दर्ज किया गया।
चारा और धान के लिए लाभकारी है बारिश
बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान के प्रधान वैज्ञानिक डा. रितेश शर्मा का कहना है कि धान की फसल और चारे के लिए यह बारिश अच्छी है। पिछले काफी समय से बारिश की जरूरत थी। गर्मी के चलते बारिश नहीं हो रही थी। बारिश होने से फसलों को लाभ मिलेगा। गन्ना की फसल में भी उत्पादन अच्छा होगा। बारिश धीमी गति से होने के चलते गन्ने की फसल गिरी नहीं है। ऐसे मौसम में तेज बारिश और हवा चलने के कारण बारिश से फसल गिर जाती है। जिसमें ज्यादा नुकसान होता है।