ऊन चौकी की खटारा गाड़ी आए दिन होती है खराब
जनवाणी संवाददाता |
ऊन: पुलिस के कंधों पर कानून व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी है जिसके लिए उसे संसाधनों की आवश्यकता होती है। साथ ही, पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े दिशा-निर्देश होते हैं, लेकिन संसाधनों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे पुलिस का मनोबल प्रभावित होता है।
ऐसा ही कुछ हाल ऊन पुलिस चौकी का है जिस पर एक गाड़ी है, वह भी खटारा हो चुकी है जिससे पुलिस की गश्त व अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पुलिस के कंधों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी है। शासन-प्रशासन व सरकार कानून व्यवस्था के भरोसे ही अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हैं लेकिन पुलिस को मिलने वाले संसाधनों में कंजूसी बरती जा रही है। पुलिस को खस्ताहाल साधनों से ही काम चलाना पड़ता है।
ऊन पुलिस चौकी पर तैनात गाड़ी खटारा हाल है। यह गाड़ी खटारा गाड़ी न जाने कब कहां खराब हो जाए और पुलिस इधर-उधर मुंह ताकती रह जाए, पता ही नहीं चलता। पुलिसर्की जैसे तैसे करके उसे ठीक कराते हैं लेकिन वह फिर खराब हो जाती है। कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन दूसरी गाड़ी नहीं मिली। गाड़ी खराब होने के चलते गस्त व अन्य कार्य प्रभावित होते हैं जिससे कानून व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ता है।
रविवार की सुबह भी एक बार फिर यह गाड़ी खराब हो गई। पहले पुलिसकर्मियों ने उससे धक्का मारकर स्टार्ट करने की कोशिश की लेकिन जब वह स्टार्ट नहीं हुई तो फिर पीआरवी की गाड़ी मंगवाई गई, जो खटारा गाड़ी को रस्से में बांधने के बाद खींचकर मैकेनिक के पास ले गई।