- नगर निगम की बोर्ड बैठक में भाजपा की महिला पार्षद से की गई अभद्रता और किया अपशब्दों का प्रयोग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भाजपा महिला पार्षद रेखा के साथ अभद्रता और अपशब्दों का प्रयोग करते ही पूरा सदन आग बबूला हो गया। इसके बाद एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज भाजपा महिला पार्षदों के पक्ष में कूद गए, जिसके बाद सपा पार्षदों ने एमएलसी से बदसलूकी करते हुए हमला किया। विपक्षी पार्षदों ने इस पूरे प्रकरण को अलग रंग देने की कोशिश की। जब भाजपा एमएलसी पर हमला कर दिया इसके बाद ही भाजपा पार्षद बेकाबू हुए।
महिला पार्षद गृहकर को लेकर अपनी बात रख रही थी, इसके बाद सपा पार्षदों को परेशानी हो गई। महिला पार्षदों पर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया। इस पूरे प्रकरण के बाद महिलाओं के पक्ष में एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज बोले तो विपक्षी पार्षदों को परेशानी हो गई। यही नहीं, पार्षद ने एक तरह से एमएलसी पर हमला कर दिया। इसके बाद ही भाजपा पार्षद एमएलसी के बचाव में आये, जिसके बाद बवाल बढ़ गया। फिर तो टाउन हाल का मैदान युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया। पहले हाथापाई हुई, फिर मारपीट होने लगी।
भाजपा पार्षद भी बेकाबू हो गये और विपक्षी पार्षदों को सड़क पर गिरा-गिराकर पीटा। ये बवाल 15 से 20 मिनट तक चलता रहा। भाजपा पार्षदों ने भी महिलाओं के अपमान का कुछ इस तरह से बदला लिया। महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने से भी सपा पार्षद बाज नहीं आये। ये एक तरह से विपक्षी पार्षदों ने सत्ता को बदनाम करने के लिए दूसरा रूप देने की कोशिश की, जिसके चलते माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया।
तिलकभवन में शनिवार को बोर्ड बैठक बुलाई गयी थी। भाजपा महिला पार्षद रेखा सिंह ने हाउस टैक्स में कार्यरत अधिकारी की कार्यशैली पर कुछ ऐसी बात कही कि वो सपा पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला एवं आशीष चौधरी एवं एएमआईएम के पार्षदों को नागवार गुजरी, जिसके बाद महिला पार्षद रेखा सिंह पर सपा पार्षद ने अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया। एक तरह से महिला पार्षदों का अपमान कर पूरे महिला समाज को अपमानित करने की कोशिश की।
फिर तो सदन के अंदर ही मारपीट शुरू हो गई। हंगामा बढ़ा तो इसी बीच पार्षद आशीष ने जनप्रतिनिधि (एमएलसी) के सीने में हाथ मार दिया है। बस फिर क्या था? पुलिस की मौजूदगी में ही सदन के अंदर एवं बाहर जमकर बवाल हुआ। विपक्षी पार्षदों सपा-बसपा पार्षद को सदन से बाहर निकालकर थाना देहली गेट के लिए लेकर चली तो बीच रास्ते में भी सरे बाजार उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। पार्षदों के इस दौरान कपडेÞ तक फट गए। पुलिस उन्हें बामुश्किल थाने लेकर पहुंची। इस मामले में ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर व एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज के साथ नगरायुक्त डा. अमितपाल शर्मा एवं महापौर हरिकांत अहलूवालिया की तरफ से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई कराने की बात कही।
इस दौरान ऊर्जा राज्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा नारी शक्ति का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। मामले में विपक्षी दोषी पार्षदों पर इस तरह की कार्रवाई कराई जायेगी। ताकि वह कार्रवाई भविष्य में नजीर बने। उधर, सपा विधायक अतुल प्रधान भी थाना देहली गेट पहुंचे और मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
हंगामे के बीच एक हजार करोड़ के प्रस्ताव स्वीकृत
बोर्ड बैठक में हंगामे के बीच एक हजार करोड़ से अधिक का पुनरीक्षित बजट पास हो गया। दोनों पक्षों की तरफ से एक-दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने को थाने में तहरीर देने की बात कही है। समाचार लिखे जाने तक मामले में किसी भी पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था। हालांकि मारपीट में घायल हुए सपा पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला व आशीष चौधरी का मेडिकल पुलिस द्वारा करा दिया गया। फिलहाल घटनों को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष दोनों ही सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में एक-दूसरे पर नजीर बनने वाली कार्रवाई की मांग पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों से कर रहे हैं।
नगर निगम की बोर्ड बैठक में जिस तरह की शनिवार को घटना हुई है। वह बेहद ही निंदनीय है। महिला पार्षद पर जिस तरह से अशोभनीय टिप्पणी सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों द्वारा की गई वह अशोभनीय हैं। इस मामले में जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई के लिए नगरायुक्त को कहा गया है कि वह सीसीटीवी पुटेज के आधार पर दोषी पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए थाने में तहरीर देकर कार्रवाई कराएं। नगर निगम बोर्ड नारी शक्ति का अपमान बर्दास्त नहीं करेगा। -हरिकांत अहलूवालिया, महापौर नगर निगम
नगर निगम की बोर्ड बैठक में जिस तरह से मंत्री एवं एमएलसी के साथ भाजपा पार्षदों ने मिलकर सपा एवं विपक्ष के पार्षदों को सदन के अंदर व बाहर पीटा गया। यहां तक की पुलिस की मौजूदगी में मारपीट कर सरे बाजार उनका जुलूस निकाला गया। इस मामले में पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए। जिन्होंने पार्षदों के साथ मारपीट की है, उसमें भले ही मंत्री और एमएलसी शामिल हैं, उन सब पर नजीर बनने वाली कार्रवाई योगी सरकार को करनी चाहिए। -अतुल प्रधान, सपा सरधना विधायक
बवाल पर सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष का ट्वीट
नगर निगम की बोर्ड बैठक में हुए बवाल पर सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने घटना की वीडियो फुटेज अपलोड करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री और एमएलसी ने पुलिस की मौजूदगी में विपक्षी दलित पार्षदों पर घातक प्रहार किये। भाजपाई सत्ता के अहंकार में डूबकर दलितों के साथ जो अपमान जनक व्यवहार कर रहे हैं। उनका जवाब आगामी चुनाव में मिलने वाला है। भाजपा आगामी हार की हताशा में हिंसक हो गई है। इस दौरान उनके इस ट्वीट पर लोगों ने प्रदेश में दलितों के साथ बढ़ी घटनों पर भी अपने विचार साझा किये।
ये भाजपा के मंत्री, एमएलसी की गुंडई: योगेश वर्मा
पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि एक तरफ तो दलित को सम्मान देने की बात कहते हैं, वहीं दूसरी तरफ गरीब दलितों ने जिन्हें चुनकर भेजा, उनको दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। 10 दिन के भीतर यदि एमएलसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है तो आंदोलन किया जाएगा। वीडियो में जो दलित पार्षद को पीटते हुए दिखाई दे रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? दलितों पर भाजपा के मंत्री और एमएलसी अत्याचार कर रहे हैं। जनता में भय और आतंक पैदा करना चाहते हैं। ये तो सीधे गुंडई हैं।
भाजपा महिला पार्षद बोलीं हुई छेड़छाड़ और अभद्रता
नगर निगम की बोर्ड बैठक में महिला पार्षद रेखा सिंह के द्वारा जो अपनी बात रखी गई। उसको लेकर जो बड़ा बवाल हुआ। उसको लेकर भाजपा की महिला पार्षदों ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ मीडिया के सामने आप-बीती सुनाई। उन्होंने कहा कि सपाइयों द्वारा पूर्व से ही नारी का अपमान किस तरह से किया जाता है, उसको सभी भली भांति जानते हैं।
पूर्व में रामपुर तिराहा कांड हो या फिर बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के साथ लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस कांड। इसी तरह से बोर्ड बैठक में सपा पार्षदों के द्वारा नारी शक्ति का अपमान किया गया। बोर्ड बैठक के दौरान ही सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों द्वारा उनके साथ छेड़छाड़ एवं अभद्रता की गई। इस पूरी घटना को लेकर भाजपा महिला पार्षदों ने मामले में दोषी पार्षदों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बोर्ड बैठक के दौरान हुई घटना को सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों के द्वारा बेहद ही शर्मनाक घटना किया जाना बताया। उन्होंने बताया कि महिला पार्षद रेखा सिंह द्वारा जो अपनी बात रखी जा रही थी, उस दौरान विपक्षी पार्टी के पार्षदों ने महिला पार्षदों के साथ जो घटना की है, वह बेहद ही निंदनीय है। शासन-प्रशासन को चाहिए की वह दोषियों पर कठोर कार्रवाई करे। -भाजपा की महिला पार्षद सुनीता प्रजापति
सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षद द्वारा भाजपा की महिला पार्षदों से छेड़छाड़ व अभद्र व्यवहार की घटना की है,उस पर नगर निगम के बोर्ड को नियमानुसार उनकी सदस्यता समाप्त कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। योगी सरकार में इस तरह की घटना पर पुलिस प्रशासन को सख्त एक्शन लेना चाहिए। -भाजपा की महिला पार्षद बबीता खन्ना
बोर्ड बैठक में जिस तरह से सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों द्वारा महिला पार्षदों के साथ अपमान जनक व्यवहार किया है, वह माफी योग्य नहीं हैं। नगर निगम के बोर्ड एवं पुलिस प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। -भाजपा की महिला पार्षद बबीता राही
सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों के द्वारा पूर्व में भी बोर्ड बैठक एवं शपथ ग्रहण समारोह में बखेड़ा किया गया। उनके द्वारा विकास के मुद्दों पर कम चर्चा की जाती है, वह माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं। बोर्ड बैठक में महिला पार्षदों के साथ बदसलूकी एवं अभद्र व्यवहार किया गया। -महिला पार्षद रेशमा सोनकर
बोर्ड बैठक में बवाल के बाद जनप्रतिनिधियों ने दी प्रतिक्रिया
बोर्ड बैठक में हुये बवाल के बाद सपा विधायक अतुल प्रधान के सपा एवं एआईएमआईएम पार्षदों के समर्थन में कार्रवाई की मांग को लेकर थाना देहली गेट पहुंच जाने के बाद मामले में सपा विधायक अतुल प्रधान ने मामले में पार्टी के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अवगत कराया। साथ ही पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोंपला एवं आशीष चौधरी की डाक्टरी कराकर राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर व एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज समेत मामले में दोषी पार्षद व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग एसएसपी से मोबाइल पर की गई।
मामले में सपा एवं एआईएमआईएम के पार्षदों के खिलाफ कठोर कार्रवाई को लेकर सूरजकुंड स्थित महापौर के कैंप कार्यालय पर देर सायं बैठक आयोजित की गई। बैठक में भाजपा पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा, चौधरी जयवीर सिंह समेत तमाम भाजपा के दिग्गज नेता शामिल हुए।
समाजवादी पार्टी के लोगों द्वारा पूर्व में भी नारी शक्ति का अपमान किया है। जिसमें रामपुर तिराहा कांड हो या फिर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के साथ गेस्ट हाउस कांड किया गया था। यह सपाई भूल गए हैं कि इन लोगों को समझ जाना चाहिए यूपी में अब योगी बाबा की सरकार है। इस मामले में बोर्ड सदन के नियमानुसार व पुलिस के द्वारा कानूनी कार्रवाई कराई जायेगी। -डा. सोमेंद्र तोमर, ऊर्जा राज्यमंत्री
नगर निगम की बोर्ड बैठक की कार्रवाई जोकि सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, यदि उसको देखा जाये तो पूरा मामला समझ में आ जायेगा कि किस तरह की हरकत की है। मैं भी सदन में पदेन सदस्य के रूप में पहुंचा था और वहां पर बैठा हुआ था। इसी बीच हंगामे के दौरान मेरे कानों में आवाज सुनाई दी कि बहनों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। सपाइयों की मानसिकता को सभी जानते हैं, उसमें लखनऊ का गेस्ट हाउस कांड हो या फिर रामपुर तिराहा कांड रहा हो। मामले में नियमानुसार व कानूनी कार्रवाई कराई जायेगी। -धर्मेंद्र भारद्वाज, एमएलसी