- लोहियानगर और आसपास की बड़ी आबादी का जीवन डंपिंग ग्राउंड की वजह से बना है नारकीय
जनवाणी संवाददाता|
मेरठ: हापुड़ रोड स्थित लोहियानगर के डंपिंग ग्राउंड पर यदि नगर निगम की गाड़ियों का कचरा डंप करना बंद नहीं किया गया तो इन गाड़ियों में आग लगा दिए जाने की चेतावनी कांग्रेसियों ने दी है।
वहीं, दूसरी ओर डंपिंग ग्राउंड की वजह से लोहियानगर तथा आसपास की बड़ी आबादी का जीवन नारकीय बन गया है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि लोहियानगर में बनाए गए अवैध डंपिंग ग्राउंड को लेकर तमाम जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल में इस को लेकर शिकायत भी भेजी गयी है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को भी शिकायत भेजी गयी है। यह बात अलग है कि अभी तक किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी है। जबकि इसके उलट यहां आसपास रहने वालों का निगम की इस कारगुजारी से जीना दुश्वार हो गया है।
रविवार सुबह जब निगम की कचरे लदी गाड़ियां डंपिंग ग्राउंड पर पहुंची तो जिला कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष रोहित गुर्जर व कार्यकर्ताओं ने गांव वालों के साथ उन्हें घेर लिया। वहां जमकर हंगामा किया गया।
गाड़ियों को बगैर कचरा डंप किए ही वहां से बापस लौटा दिया गया। गांव वालों ने बताया कि यहां अवैध तरीके से निगम अफसर कचरा डंप करा रहे हैं।
यहां कूड़े का पहाड़ बना दिया है, लेकिन अब यहां कचरा नहीं डंप करने नहीं दिया जाएगा। यदि निगम अफसर नहीं माने तो उनकी गाड़ियां फूंक दी जाएंगी। रोहित ने बताया कि इस संबंध में पूर्व में भी एक शिकायत पर्यावरण मंत्रालय को भेजी गयी थी।
हाईकोर्ट में डाली गयी याचिका
सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने लोहिया नगर में डंपिंग ग्राउंड बनाए जाने के खिलाफ एक याचिका जुलाई माह में हाईकोर्ट में डाली है।
जिस पर सुनवाई की तारीख कभी भी मुकर्रर की जा सकती है। उन्होंने बताया कि लोहिया नगर में ओपन लैंड पर कूड़ा-कचरा डंप किए जाना जलवायु और भूगर्भ जल के लिए जबरदस्त हानिकारक है।
इसके अलावा लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड पर सबसे ज्यादा घातक कार्य निगम की ओर से कोरोना संक्रमितों का कूडा डंप कराया जाना है। जितने भी हॉटस्पॉट तथा कोरोना आइसोलेशन सेंटर हैं। उन सभी का कूड़ा वर्तमान में लोहिया नगर के डंपिंग ग्राउंड पर डलवाया जा रहा है।
खुले में फेंके जा रहे संक्रमित किट!
हाईकोर्ट में दायर की गयी याचिका में लोकेश खुराना ने कहा है कि संक्रमित पीपीई किट, मास्क व अन्य बॉयो मेडिकल वेस्ट को बजाए नष्ट करने के खुले में फेंका जा रहा है ! इससे पूरे शहर के संक्रमित होने का खतरा बराबर बना हुआ है।
खुले में जला रहे कचरा
इसके अलावा हाईकोर्ट को बताया कि कई इलाकों में कैंट बोर्ड व निगम के कर्मचारी खुले में कूड़ा—कचरा जला रहे हैं। इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया है कि रुड़की रोड सोफीपुर के आसपास कैंट बोर्ड का स्टाफ अक्सर कूड़ा-कचरा जलाते हुए देखा जा सकता है।
इसके लिए उन्होंने फोटो साक्ष्य के साथ दाखिल किए हैं। कैंट के कई स्थानों का जिक्र कूड़ा जलाए जाने के लिए कोर्ट में दायर की याचिका में किया है।