तीनों बैंक में आम आदमी के लिए नो एंट्री, कामकाज ठप
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के तीन प्रमुख बैंकों के स्टाफ में कोरोना संक्रमण के कई केस मिलने पर हड़कंप मचा हुआ है। जिसके चलते बैंक में खातेदारों की नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया गया है। बैंक का सामान्य कामकाज ठप हो गया है। जिन बैंकों में कोरोना संक्रमण के केस मिले हैं। उनमें खूनी पुल स्थित यूनियन बैंक, माल रोड स्थित इलाहाबाद बैंक तथा रुड़की रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं।
रुड़की रोड स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा में तो मात्र स्टाफ में मात्र 11 कर्मचारी हैं इनमें से नौ कर्मचारियों के कोरोना सैंपल संक्रमित आए हैं। तीनों बैंकों के संक्रमित पाए गए स्टाफ के सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया है। इनमें से कुछ प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
इक्का-दुक्का होम क्वारंटाइन हो गए हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि संक्रमित आए बैंक कर्मियों के संपर्क में आए खातेदारों के अलावा उन लोगों की सूची भी तैयार करायी जा रही है जो संपर्क में आए हैं। इसके अलावा संक्रमितों के परिजनों के सभी कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सैंपल लिए गए हैं।
जिनके सैंपल सोमवार को लिए गए हैं, उनकी रिपोर्ट मंगलवार या फिर बुधवार तक आ सकती है। वहीं, दूसरी ओर स्टाफ के संक्रमित होने के बाद माल रोड स्थित इलाहाबाद बैंक तो अघोषित रूप से बंद कर दिया है। वहां इसके लिए एक नोटिस चस्पा कर दिया है ताकि खाता धारक भीतर न आएं। अन्य बैंकों के बाहर भी इसी प्रकार के नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं।
संक्रमण ने छीन ली पांच जिंदगी, 182 कोरोना के नए केस
शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को पांच और संक्रमितों की उपचार के दौरान मौत हो गयी। एक दिन में पांच संक्रमितों की मौत ने अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है।
मरने वालों में चावली देवी इंटर कालेज ब्रह्मपुरी के 66 वर्षीय शख्स, पुरानी प्रेमपुरी रेलवे रोड निवासी 68 वर्षीय शख्स, मवाना के कालंद निवासी 34, फूलबाग कालोनी गांधी आश्रम निवासी 86 वर्षीय अधेड़ व जागृति विहार मेडिकल निवासी 63 शामिल हैं। इनके अलावा 182 संक्रमण के नए केस भी मिले हैं।
सीएमओ डा. राजकुमार ने सोमवार देर रात जारी किए गए अपडेट में पांच संक्रमितों की मौत व 182 नए केसों की जानकारी दी है। इसके साथ ही मेरठ में अब मरने वालों की कुल संख्या 356 जा पहुंची है। जबकि संक्रमितों का आंकड़ा अब 16498 जा पहुंचा है। संक्रमितों की सूची में मजदूर, छात्र, घरेलू कामकाजी महिलाएं, नौकरी पेशा, अधिवक्ता, कारोबारी, बड़ी संख्या में सैन्य कर्मी, दुकानदार, हेल्थ केयर वर्कर, कैदी, शिक्षक भी शामिल हैं।
बड़ी संख्या में ऐसे केस मिले हैं जो किसी चेन से नहीं जुडेÞ हैं। इसके अलावा एक ही परिवार में कई कई संक्रमितों के मिलने का भी सिलसिला जारी है। बड़ी संख्या में सरकारी प्रतिष्ठानों में भी संक्रमण के केस मिले हैं।
एमडीए में लगा कोरोना जांच शिविर, 50 कर्मियों की हुई जांच
मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) में सोमवार को कोविड-19 की जांच के लिए विशेष शिविर लगाया गया, जिसमें करीब 50 कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गयी। एक-एक कर तमाम कर्मचारियों की कोरोना जांच के लिए बुलाया गया है तथा जांच हुई। इस दौरान कर्मचारियों की शिविर में भीड़ लग गई।
इससे पहले एमडीए के एक्सईएन अरुण शर्मा व जेई सोमेन्द्र की भी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। सूत्रों का कहना है कि एक्सईएन के परिजन भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इसके अलावा अन्य कर्मियों में भी कोरोना की जांच के लिए शिविर लगाया गया है। शिविर की जांच रिपोर्ट मंगलवार को आने की बात कही गई है।
शासन ने शादी के लिए तय की नयी गाइड लाइन
- शादी समारोह में सिर्फ 100 लोगों को अनुमति।
- शादी में बैंड, डीजे पर सरकार ने पाबंदी लगाई।
- बुजुर्गो, बीमार को शादियों में शामिल होने पर रोक।
- नियमों का उल्लंघन करने पर केस दर्ज होगा।
- 100 लोगों की क्षमता वाले मैरिज हॉल पर निर्देश।
- एक बार में वहां 50 लोग ही शामिल हो सकेंगे।
- दो बार में 50-50 लोग शादी में शामिल हो सकेंगे।
सरधना में एक युवक निकला कोरोना पॉजिटिव
सरधना क्षेत्र में कोरोना के केस कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 152 लोगों की जांच कराई गई। अच्छी बात ये रही कि जांच में सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली। वहीं, मेरठ मेडिकल में जांच कराने पर पता चला कि छबड़िया गांव का एक युवक कोरोना पॉजिटिव है। जिसके बाद उसके परिवार को भी होम क्वारंटाइन कर दिया गया।
सरधना क्षेत्र में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते रविवार को भी क्षेत्र में पांच लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। सभी को आइसोलेट करके उनके परिवार को भी होम क्वारंटाइन करना पड़ा था। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 152 लोगों की जांच कराई गई। अच्छी बात ये रही कि जांच में सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई।
जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली। मगर मेडिकल में छबड़िया गांव का एक युवक पॉजिटिव निकला। उसने दो दिन पूर्व अपनी जांच कराई थी। आज रिपोर्ट आई तो इसका पता चला। इस संबंध में कार्यवाहक सीएचसी प्रभारी डा. अमित कुमार का कहना है कि 152 लोगों की जांच कराई गई थी। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पांच कोरोना पॉजिटिव
हस्तिनापुर में सोमवार को सीएचसी प्रभारी डा. अंकुर त्यागी ने बताया कि रविवार को कस्बे के 93 लोगों के एनटीपीसी आर सैंपल लेकर मेरठ जिला अस्पताल में जांच के लिए भिजवाए थे। जिनकी कोरोना संबंधित रिपोर्ट सोमवार को सीएचसी प्रभारी को मिली। जिसमें पांच लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं पॉजिटिव लोगों के घर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर पांचों लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया है।
वहीं, सीएचसी प्रभारी के अनुसार सोमवार को कोरोना पॉजिटिव लोगों के आसपास के लगभग 198 लोगों की एंटीजन सैंपलिंग कराई गई है। जिनमें सभी निगेटिव निकले, धीरे-धीरे कोरोना का संक्रमण कस्बे में भी बढ़ रहा है। इसलिए लोगों को और लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और घर से बाहर निकलते वक्त मुंह पर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर का प्रयोग करना है।
ये है छात्रों का कहना
आरजी पीजी कॉलेज छात्रा रिया का कहना है कि भविष्य को देखते हुए सरकार का ये फैसला सराहनीय है। आखिर कब तक घर बैठकर पढ़ाई करते। कक्षाओं में ही बेहतर तरीके से पढ़ाई होती है।
छात्र अक्षय का कहना है कि लंबे समय के बाद कॉलेज खुलने से खुशी हो रही है। क्योंकि कॉलेज जैसी पढ़ाई घर पर नहीं हो सकती। कक्षाओं में ही पढ़ने का सही मौका मिलता है।
छात्र उदित जैसवाल का कहना है कि कॉलेज खुलने सभी को पढ़ाई का माहौल मिलेगा। कक्षाओं वाली पढ़ाई घर पर नहीं हो सकती। इसलिए कॉलेज खुलना जरूरी था। साथ ही एक लंबे समय के बाद कक्षाओं में पढ़ने का सही मौका भी मिला।
छात्र आदित्य ने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे छात्र छात्राओं के लिए आॅनलाइन कक्षाएं पठन-पाठन का सशक्त माध्यम नहीं है। अब जब भौतिक रूप से कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है। तो वह भी अच्छे से अध्ययन कर पाएंगे।