Thursday, March 28, 2024
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कुंभ और चुनाव से कोरोना नहीं तो स्कूलों पर कैसी पाबंदी

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  • स्कूल बंद किए जाने पर संचालकों ने सौंपा ज्ञापन
  • उठाई मानदेय दिलाने की मांग

जनवाणी संवाददाता |

फलावदा: स्कूल संचालकों ने सरकार द्वारा कोरोना के भय से स्कूल बंद किए जाने पर कुंभ व चुनावी भीड़ पर सवालिया निशान लगाते हुए आर्थिक मदद दिलाए जाने की मांग उठाई है।

विद्यालय उत्थान समिति के तत्वावधान में स्कूल संचालकों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर कोरोना का भय दिखाकर स्कूल बंद कराए जाने पर रोष व्यक्त किया है। स्कूल बंद होने से हो रही क्षति की पूर्ति के लिए आर्थिक मदद के तौर पर मानदेय दिलाए जाने की मांग उठाई गई है।

स्कूल संचालकों ने ज्ञापन में कहा है कि एक वर्ष से कोरोना संक्रमण का भय दिखाकर स्कूल कॉलेज बंद कराए जा रहे हैं।जिसके चलते विद्यालयों से जुड़े परिवारों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो रहा है।शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों व प्रधानाचार्य ने बताया कि सरकार ने विद्यालयों को बंद कर ऑनलाइन क्लासेस चलाने का आदेश दिया था। ऑनलाइन क्लास सही से नहीं चलपा रही है।

संसाधनों के अभाव में विद्यार्थी ऑनलाइन एजुकेशन से दूर है।बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। विद्यालय से जुड़े परिवारों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव एव कुंभ की गतिविधियां भली-भांति फल-फूल रही है। सरकार वहां कोई कोरोना का प्रभाव नहीं मान रही जबकि शिक्षा के मंदिरों को कोरोना का भय दिखाकर कर लगातार बंद किया जा रहा है।

संसाधन जुटाने में नाकाम सरकार विद्यालयों को बंद करने पर अमादा हैl सरकार से मांग विद्यालय खुलवाने अथवा आर्थिक मदद के रूप में मानदेय की व्यवस्था कराने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में समिति के अध्यक्ष बाबूराम धामा, सचिव कुलदीप सैनी, प्रवीण कुमार, रोहित, सोमपाल, अरुण, एहतशाश रिजवी, विनीत बंसल, अतीक अहमद, मनोज आदि रहे।

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