Thursday, May 15, 2025
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निगम की आय में 25 प्रतिशत तक गिरावट

 

  • एक चौथाई बसों का संचालन भी थम गया

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: घने कोहरे के बीच परिवहन निगम की बसों के सुरक्षित संचालन के संबंध में मुख्यालय से जारी किए गए दिशा निर्देश के बाद मेरठ परिक्षेत्र की आय में 25 प्रतिशत से अधिक की कमी दर्ज की गई है। वहीं एक चौथाई बसों का संचालन भी थम गया है। कोहरे के कारण एक पखवाड़ा पूर्व आजमगढ़ डिपो की बस में हुए हादसे में नियमित चालक की मृत्यु हो गई, तथा 10 यात्री घायल हो गये थे। जिसको लेकर एमडी मासूम अली सरवर ने गाइड लाइन जारी करते हुए प्रदेश के सभी आरएम और एसएम से इनका पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।

कहा गया कि चालकों एवं परिचालकों को कोहरा पड़ने पर अदृश्यता की स्थिति में बसों का संचालन न किया जाए। दुर्घटनाओं में नियन्त्रण लाने के लिए सड़क सुरक्षा सम्बन्धी उपायों के अनुरुप निरन्तर कार्रवाई कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। तथा चालकों को कोहरे से होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के उपाय एवं रैश ड्राइविंग पर नियन्त्रण रखने, थकान व नींद के प्रभाव से मुक्त रहने के लिए प्रतिदिन काउन्सिलिंग की जाए। प्रवर्तन कार्मिकों की सेवाओं का उपयोग जनवरी के अंत तक इस प्रयोजन के लिए विशेष रूप से किया जाए।

मुख्यालय में स्पष्ट निर्देश दिए कि कोहरे की स्थिति में बस का संचालन रोककर, निकटवर्ती बस स्टेशन व यात्री प्लाजा, पेट्रोल पम्प, पुलिस थाना अथवा अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर रोक दिया जाये एवं कोहरा समाप्त होने के उपरान्त ही संचालन पुन: प्रारम्भ किया जाए।इसके अलावा खड़ी बस की पार्किंग लाइट जलती रहनी चाहिए। यात्रियों की सुरक्षा के मद्दे-नजर इन आदेशों का अनुपालन शुरू कर दिया गया है। मेरठ में सोहराब गेट डिपो और भैंसाली डिपो से संचालित होने वाली तीन डिपो की बसों के संचालन में भीषण सर्दी और कोहरे के चलते 25 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है।

एआरएम मेरठ जगदीश सिंह का कहना है कि उनके डिपो में 140 बस मौजूद हैं, लेकिन इस समय करीब 110 बसें मार्गों पर हैं। उसमें भी लंबी दूरी की बसों के संचालक को रोक दिया गया है या उनमें कमी कर दी गई है। यानी बसें अपने संचालन के निर्धारित किलोमीटर भी नहीं चल पा रही हैं। बस में कम से कम 25 यात्री होने पर ही सुरक्षित गति के साथ संचालन कराया जा रहा है।

यह 50 प्रतिशत लोड फैक्टर के करीब माना जाता है। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाली बसों को भी घने कोहरे के बीच भैंसाली डिपो पर ही रोका जा रहा है। जिसमें सवाल यात्रियों को कैंपों में ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा बस स्टैंड पर अलाव की व्यवस्था भी कर दी गई है। वहीं पिछले दिनों के प्रतिदिन 1.2 करोड़ प्रतिदिन की औसत आय भी गिरकर 90 लाख तक आ गई है।

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