- शासन की ओर से तय की गयी मेहमानों की संख्या पर नहीं कोई गंभीर
- पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी पूरी तरह से भीड़ को लेकर बने हैं बेखबर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शादी विवाह समारोह में जुट रही मेहमानों की भीड़ कोरोना संक्रमण को दावत देती नजर आ रही है। शासन की ओर से विवाह शादी के समारोह में आने वाले मेहमानों के लिए तय किए गए मानकों की अनदेखी को लेकर स्वास्थ्य विभाग सबसे ज्यादा चिंतित है।
वहीं, दूसरी ओर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण पर रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास पर ज्यादा संख्या में लोगों के जमा होने से बुूरा असर पडेगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शासन की ओर से मेहमानों की संख्या निर्धारित की गयी है, लेकिन आमतौर पर जितने भी विवाह समारोह हो रहे हैं।
उनमें मेहमानों की संख्या को देखकर नहीं लगता कि शासन के निर्देशों को लेकर आयोजक कतई भी गंभीर हैं। तमाम विवाह समारोह में तय मानकों के उलट अच्छी खासी भीड़ जमा की जा रही है। दरअसल शुरू में तो इसको लेकर जरूर पुलिस प्रशासन स्तर पर प्रयास नजर आए थे, लेकिन उसके बाद बड़ी लापरवाही दिखाई देने लगी। वर्तमान में जितने भी शादी समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। उनमें एक आध को यदि अपवाद मान लिया जाए तो ज्यादातर में मेहमानों को लेकर कोई रोकटोक नजर नहीं आ रही है।
ये कहना है स्वास्थ्य अधिकारियों का
स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डा. प्रशांत का कहना है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जरूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए, लेकिन इन दिनों शादी विवाह सरीखे समारोह में जिस प्रकार से लोग जमा हो रहे हैं। मेहनामों को बुलाया जा रहा है वो सब स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों पर बुरा असर डालेगा। लोगों को स्वयं से इसके प्रति जागरूक होना होगा। तभी संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।