- पहले की सरकारों में चीनी मिल बेची जाती थी, अबकि सरकार में चलती है मिले
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में आयोजित हुए तीन दिवसीय किसान मेले में समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसान गन्ने के साथ साथ सहफसली खेती करे। इससे किसान को लाभ मिलेगा। वेस्ट यूपी में खेती के लिए अपार संभावनाएं है। इसलिए किसान गन्ने पर आधारित न रहे। इसके साथ-साथ सहफसली खेती करे।
मंत्री ने अखिलेश यादव और मायावती सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि पहले इन सरकारों में चीनी मिल बेची जाती थी या बंद कर दी जाती थी, लेकिन आज मिलों को योगी सरकार में चलाया गया। चौधरी चरण सिंह के बागपत जिले में खुद रमाला चीनी मिल को योगी सरकार ने चलवाया है। भाजपा सरकार में किसानों को मजबूत किया गया। शोध और गुणवत्ता पर जोर देते हुए मंत्री ने कहा कि आज योगी सरकार ने विश्वविद्यालय का सालाना बजट भी बढ़ाया है।
पहले 100 करोड़ मिलता था। अब 142 करोड़ के आसपास है। उन्होंने केवीके केंद्रों के 60 करोड़ के बजट को भी गिनाते हुए कहा की सरकार ने इन्हें भी बढ़ाने का काम किया है। यूनिवर्सिटी में रिक्त पदों और खाली पोस्टों की स्वीकृति को लेकर भी मंत्री ने गुणगान किया और जल्द भरने की बात भी कही। मेले की सफलता के लिए मंत्री ने यूनिवर्सिटी के वीसी और अन्य स्टाफ की भी सराहना की और लखनऊ में आयोजित होने वाले चार दिन के किसान कुंभ मेले के आयोजन का भी जिक्र किया और उसमें आने वाले देशों और कृषि से संबंधित लोगों की भी जानकारी दी।
साहब! मिलों ने गन्ने का भुगतान नहीं किया
कैबिनेट कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंच से सभी किसानों से बात भी की। जिसमें किसान वेदव्रत आर्य ने कहा कि सहफसली खेती कैसे करे? इसके बाद बिजनौर के किसान ने गो आधारित खेती पर बात की उसके बाद शामली के किसान विनयपाल सिंह ने चीनी मिल के भुगतान न होने की बात कही। जिसके बाद मंत्री ने सभी का जवाब दिया और जल्द ही जिन मिलों का भुगतान नहीं हुआ। उनके भुगतान का आश्वासन दिया।
तीन दिन लगेगा लखनऊ में मेला
प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश का उत्पादन बढ़ता है तो निश्चित रूप से पंजाब और हरियाणा के आगे उत्तर प्रदेश अनाज के उत्पादन के क्षेत्र में निकल जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 60000 किसानों को मिनी कीट वितरित किए गए हैं। मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ में 27 और 28 और 29 अक्टूबर को मोटे अनाज का महोत्सव आयोजन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश अनुसंधान परिषद लखनऊ के अध्यक्ष कप्तान विकास गुप्ता ने कहा कि सभी को जल थल और मिट्टी के महत्व को समझना होगा। प्रबंधन परिषद के सदस्य तथा दातागंज के विधायक राजीव सिंह ने कहा कि किसान मेलों से किसानों के बीच जागरूकता बढ़ती है। इससे नई तकनीक और अच्छे बीजों की जानकारी किसानों को मिल पाती है।
भारती कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक कृषि प्रसार डा. यूएस गौतम ने कहा कि प्रदेश में कृषि विज्ञान केंद्र बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं। अभी देश में 731 किसी विज्ञान केंद्र हैं और सरकार आगामी कुछ वर्षों में 100 से अधिक और कृषि विज्ञान केंद्र विभिन्न जिलों में खोलना चाह रही है।
ये रहे मौजूद
भाजपा नेता अजय भारद्वाज भराला, रजिस्ट्रार डा. रामजी सिंह, वित्त नियंत्रक लक्ष्मी मिश्रा, डीन डीबीआर सिंह, संयुक्त निदेशक प्रसार डा. सतेंद्र कुमार, डा. राजीव भारद्वाज, निदेशक प्लेसमेंट डा. आरएस सेंगर, डा. मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।