जनवाणी ब्यूरो |
बलरामपुर: जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर शिशु भारती वा विद्या भारती इंटर कॉलेज रमनापार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चो द्वारा श्री कृष्ण और राधा जी की झांकी प्रस्तुत करके मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। स्कूल में जन्माष्टमी उत्सव की रही धूम,नटखट नंद गोपाल बन गए स्कूल के नन्हें बच्चे स्कूल के नन्हें-मुन्ने बच्चे नटखट नंद गोपाल की भूमिका में नजर आए कोई कृष्ण कन्हैया बना तो कोई बनी राधा बच्चों की प्रस्तुति पर अभिभावकों ने भी खूब उत्साह बढ़ाया। शिशु भारती के पदाधिकारी भैया बहन को उनके पद एवं गोपनीयता का शपथ ग्रहण कराया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में बलरामपुर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री आरती तिवारी एवं प्रतिनिधि श्याम मनोहर तिवारी तथा कार्यक्रम के अध्यक्षता पूर्व छात्र उपाध्यक्ष समाज सेवी गौ सेवक रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिसमें मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी ने भगवान श्रीकृष्ण के कार्यो पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा विभिन्न लिलाओके मध्य से जनमानस को श्रेष्ठ मार्ग पर चलने की सीख दी जिसमें विशिष्ट अतिथि गौ सेवक रवीन्द्र गुप्ता कमलापुरी ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने बल और बुद्धि से बुराई पर विजय प्राप्त की व शिशु भारती के पदाधिकारियों को विद्यालय के अनुशासन एवं नेतृत्व क्षमता को विकसित करने पर बल दिया विद्यालय के प्रधानाचार्य राम तीरथ यादव तथा प्रबंधक डॉ सतीश सिंह ने सभी भैया बहनों को जन्माष्टमी की बधाई दी तथा शिशु भारती के पदाधिकारियों को दायित्व निर्वाहन करने के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम समापन के बाद अपने परिवार के पूर्व आचार्य गंगाराम गोस्वामी की धर्मपत्नी के निर्धन तथा भाजपा के वरिष्ठ एवं जनसंघ के पुराने कर्मठ नेता जगदंबा प्रसाद सोनकर एडवोकेट सड़क दुर्घटना में मौत पर विद्यालय परिवार में शोक संवेदना की गई इसमें सभी विद्यालय परिवार प्रबंधन समिति के बंधुओं ने शोक संवेदना व्यक्त की।
कार्यक्रम का संचालन डॉ साधना श्रीवास्तव ने किया इस कार्यक्रम मे मदनमोहन त्रिपाठी रीना त्रिपाठी, सत्य प्रकाश पांडेय विनयसेन त्रिपाठी, संतोष कुमार शुक्ला, मीना श्रीवास्तव कमलेश त्रिपाठी, अजय प्रकाश मौर्य, मूलचंद यादव, राजकुमार वर्मा, नंद कुवर त्रिपाठी आदि काफी संख्या में स्कूल के छात्र छात्रा व पदाधिकारी गण के लोग मौजूद रहे।