- पूर्व में भरी गर्इं दरारें फटीं, बारिश में हादसे की आशंका से इंकार नहीं
- कॉलेज प्रशासन का आरोप, रैपिड के कार्यों से कमजोर हुई बिल्डिंग
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड प्रशासन द्वारा विभिन्न बिल्डंगों में आई दरारों को भरने के बाद उन दरारों के फिर से फटने की शिकायतें आने लगी हैं। दिल्ली रोड स्थित फैज-ए-आम कॉलेज की इमारत में भरी गर्इं दरारें फिर से फटने लगी हैं। कॉलेज प्रशासन का आरोप है कि ऐसे में दुर्घटना का अंदेशा है, लिहाजा रैपिड प्रशासन से शिकायत की गई है, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है।
कॉलेज के प्रधानाचार्य शारिक मुहम्मद खां ने आरोप लगाया कि वो इस संबध में रैपिड के स्थानिय प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि यदि क्षतिग्रस्त हुई बिल्डिंग को शीघ्र दुरुस्त नहीं किया गया तो कॉलेज के 1500 बच्चों पर खतरा मंडराता रहेगा। प्रधानाचार्य के अनुसार जब यहां रैपिड की सुरंगे खोदी गई थीं तब तो यहां पूरी बिल्डिंग में सपोर्ट लगा दिए गए थे और आई दरारों को भी भर दिया गया था, लेकिन अब यह दरारें फटने लगी हैं। दीवारों से लेकर छतें तक क्षतिग्रस्त हो रही हैं।
प्रधानाचार्य शारिक मुहम्मद खां के अनुसार छतों का आलम तो यह है कि बारिश के समय इन छतों में से खूब पानी टपका। कॉलेज प्रशासन के अनुसार हांलाकि रैपिड की टीम यहां आकर सर्वे भी कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक सुरक्षा के लिहाज से कोई कार्रवाई नहीं की गई। कॉलेज प्रशासन ने आशंका व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि यदि इस दौरान कोई हादसा होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी एनसीआरटीसी की होगी।
बाइब्रेशन से फटीं दरारें: प्रधानाचार्य
फैज-ए-आम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शारिक मुहम्मद खां ने बताया कि कुछ समय पूर्व जब जमीन के नीचे मशीनें चलने से क्षेत्र में वाइबे्रशन (कम्पन्न) उत्पन्न होता था तभी यह दरारें फटीं। उन्होंने यह भी कहा कि रैपिड प्रशासन भले ही संबंधित ठेकेदार का पेमेंट रोकने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहा हो, लेकिन बिल्डिंग को यदि शीघ्र दुरुस्त न किया गया तो कभी भी हादसा हो सकता है।
अधिशासी अभियंता से आज दो टूक बात करेंगे आंदोलनकारी
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आन्दोलन कर रहे पीडब्ल्यूडी कर्मचारी आज अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह से दो टूक बात करेंगे। अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह ने कर्मचारियों को बातचीत के लिए खुद आमंत्रित किया है। कर्मचारी नेता अहसान अली ने बताया कि वार्ता दोपहर बाद संभव है। उधर, उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ, लोनिवि के बैनर तले कर्मचारियों का आन्दोलन दूसरे दिन भी जारी रहा।
आन्दोलनकारियों का कहना था कि जब ग्रेड पे 2400 पर लोक निर्माण विभाग मुख्यालय के अधिकारियों ने मोहर लगा दी तब भी कर्मचारियों के साथ अन्याय क्यो किया जा रहा है। आन्दोलनकारियों ने कहा कि प्रमुख अभियंता कार्यालय (लखनऊ) द्वारा मुख्य अभियंता कार्यालय (मेरठ क्षेत्र) को इस संबध में नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थानीय अधिकारी आदेश दबाए बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों ने सवाल किया कि आखिर किस आधार पर अधिशासीअभियंता सतेन्द्र कुमार के स्तर से अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है।
कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय मृत कर्मचारियों के आश्रितों की अनुकम्पा निधि प्रकरण भी मेरठ में लम्बित पड़े हैं और जांच कमेटी की रिपोर्ट दबा दी गई है। संगठन के अध्यक्ष अहसान अली व महामंत्री दिनेश चंद जोशी ने बताया कि बुधवार को अधिशासी अभियंता के कार्यालय में द्विपक्षीय वार्ता होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मांगे पूरी न होने तक आन्दोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर सुशील शर्मा, नरेश शर्मा, नरेन्द्र सिंह, दिनेश चंद जोशी, मुकेश कुुमार व सुनील कुमार सहित कई कर्मचारी मौजूद थे।