- पहुंचने से पूर्व घर पर मनी दीपावली, दादा-दादी पोती के दीदार को लालयित
- जल्द दिल्ली से शौल्दा पहुचेंगी जयदीप, कीरत
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: इजराइल-हमास युद्ध के बीच शौल्दा की बहू और बेटी तो घर लौट आईं, लेकिन रिसर्च में व्यस्तता के चलते बेटा नही आ पाया। वतन वापसी पर उन्होंने भारत सरकार के आपरेशन अजय की जमकर सराहना की। खास बात ये है कि दक्षिण इजराइल में सामान्य हालात होने के बावजूद भारतीय राजदूत उनके संपर्क में रहे। बहू-बेटी की वापसी से गदगद परिजन अब बेसब्री से बेटे के लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मेरठ के किठौर थानाक्षेत्र के शौल्दा गांव निवासी ओमवीर सिंह किसान हैं। उनका बड़ा बेटा मोहित रंधावा इजराइल में बेंगुरियन यूनिवर्सिटी आॅफ निगेव सडे बॉकर कैम्पस के जुकरबर्ग इंस्टीट्यूट फॉर वाटर रिसर्च सेंटर में रिसर्चर है। परिजनों ने बताया कि मोहित की शादी छह वर्ष पूर्व अमरोहा के भाजपा नेता गुरेन्द्र सिंह की भतीजी जगदीप कौर के साथ हुई थी। उनको तीन वर्ष की बेटी कीरत कौर है।
आईआईटी रुड़की से पीएचडी कर चुके मोहित रंधावा ने शुरू के एक वर्ष इंग्लैंड में अध्यापन किया। तत्पश्चात बेंगुरियन यूनिवर्सिटी में रिसर्चर के पद पर चयनित होते ही वह इजराइल चला गया। तीन वर्ष बाद पत्नी व बेटी को भी मोहित ने वहीं बुला लिया। ग्रामींण अंचल से निकले इस शोधकर्ता के पैतृक घर पर सिर्फ वृद्ध पिता ओमवीर और मां सुमन रहती है। जबकि छोटा भाई सोहित दिल्ली पुलिस में है।
सोहित ने बताया कि भाई मोहित काफी दिन से जयदीप कौर और कीरत कौर को घर भेजने की कोशिश में थे, लेकिन व्यस्तता के कारण समय नही मिल पा रहा था। समय निकालकर मोहित ने पत्नी व बेटी का 12 अक्तूबर का टिकिट करा दिया, लेकिन ऐनवक्त पर फ्लाइट निरस्त हो गई। जिसके बाद भारत सरकार की विशेष व्यवस्था आपरेशन अजय के तहत गुरुवार को आनन-फानन में जयदीप व कीरत का टिकिट हुआ और शुक्रवार सुबह दोनों मां-बेटी दिल्ली एयरपोर्ट आ पहुंची।
जहां से सोहित उन्हें दिल्ली स्थित अपने घर ले गया। बहू-बेटी की सकुशल वतन वापसी की खबर मिलते ही शौल्दा से अमरोहा तक दोनों परिवारों में एक महीने पूर्व ही दीपावली जैसी खुशी छा गई। उधर, बातचीत में जयदीप ने बताया कि वे भारतीय दूतावास के लगातार संपर्क में थीं। इसलिए वापसी में कोई भी दिक्कत नही हुई।
फिलहाल वे दिल्ली में अपने देवर सोहित के परिवार के पास ठहरी हुई हैं। सोहित ने उन्हें शौल्दा पहुंचाने के लिए छुट्टी की एप्लिकेशन दे रखी है। छुट्टी मिलते भी वे सोहित के साथ घर पहुंचकर सास-ससुर से आशिर्वाद लेंगी। बाद में मायके जाकर अपने परिवार से मिलेंगी।
रिसर्च पूर्ण कर लौटेगा मोहित
जयदीप कौर ने बताया कि वे साउथ इजराइल के शांत इलाके में रहते हैं। जबकि युद्ध उनसे 350 किमी. दूर घनी आबादी क्षेत्र में बार्डर पर चल रहा है। इजराइल कुछ दिन के लिए काम बंद करा दिए थे। जिससे उनकी रिसर्च भी पेंडिंग हो गई थी। स्थिति देख काम पुन: जारी कर दिया गया है। अब वह रिसर्च कार्य पूर्ण कर कुछ दिन बाद भारत लौटेंगे।