- हत्या की रिपोर्ट दर्ज, तीन दिन पूर्व निकला था घर से, मुस्लिम युवकों से हुआ था विवाद
जनवाणी संवाददाता |
मुंडाली: तीन दिन पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए युवक का सोमवार को मऊखास पुलिस चौकी के निकट छोईया में शव पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया। जिसे शिनाख्त के बाद मोर्चरी भिजवाया गया। मृतक के भाई ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मऊखास निवासी विशाल (28) पुत्र नरेश खेतीबाड़ी करता था। शनिवार शाम वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। गुमशुदगी दर्ज कराए बिना परिजन उसे तलाशते रहे, लेकिन उसका सुराग न मिला। सोमवार सुबह ग्रामीणों ने मेरठ-गढ़ मार्ग पर मऊखास पुलिस चौकी से मात्र 150 मीटर दूर छोईया नाले के पुल में एक शव फंसा देख पुलिस को सूचना दी। एसओ रविंद्र मयफोर्स मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकाला।
शव निकलते ही ग्रामीणों ने उसकी शिनाख्त विशाल पुत्र नरेश के रूप में की। मृतक के परिजनों से भी शिनाख्त कराई गई। तत्पश्चात पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के बड़े भाई विकास ने बताया कि शनिवार को विशाल का गांव के ही मुस्लिम समुदाय के युवकों से किसी बात पर विवाद हुआ था, तभी से वह गायब था। मृतक के भाई विकास ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध भाई की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी शादी
विकास ने बताया कि विशाल की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व बुलंदशहर के सपनावत निवासी बबीता से हुई थी। शादी के बाद से दोनों का दांपत्य जीवन सही चल रहा था। एसओ रविंद्र कुमार का कहना है कि विशाल नशा भी करता था। तीन दिन से लापता होने के बावजूद परिजनों ने गुमशुदगी तक दर्ज नहीं कराई थी, छोईया में मिला शव पानी से फूल रहा था। उस पर चोट के कोई निशान नहीं दिखाई दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएगा।
संदिग्ध परिस्थितियों में मिला युवक का शव
मवाना: थाना क्षेत्र के गांव मीवा में मंडप के समीप संदिग्ध अवस्था में एक युवक का शव मिला है।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने शव की जांच पड़ताल की। जिस पर शव की पहचान थाना क्षेत्र के गांव मीवा निवासी 42 वर्षीय नीरज पुत्र मांगते के रूप में हुई। रविवार देर शाम गांव में घूमने के लिए गया था। रात 10 बजे थाना पुलिस को मीवा गांव के समीप मवाना रोड स्थित मंडप के समीप शव पड़ा होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने शव की पहचान की। वहीं, इस संबंध में थाना प्रभारी सुभाष सिंह का कहना है कि मामला संदिग्ध है। जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाए।
शव न देने पर आनंद हॉस्पिटल में जमकर हंगामा
मेरठ: अस्पताल के स्टॉफ द्वारा मरीज का शव न देने पर मेडिकल के गढ रोड स्थित आनंद हॉस्पिटल में विवि के छात्रों ने जमकर हंगामा किया। करीब डेढ़ लाख और मांग रहे थे 3.60 लाख जमा किया जा चुका था। हॉस्पिटल ने पांच लाख का बिल बताया था। 29 अगस्त को एनएच-58 पर राजेन्द्र पुत्र पीहू निवासी ग्राम अंती जानसठ की सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उनको आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गयी। न्यूरो सर्जन डा. अजय गुप्ता उनका इलाज कर रहे थे।
परिजनों का आरोप है कि मरीज की मौत के बाद स्टाफ ने पांच लाख का पूरा पेमेंट जमा किए बगैर राजेन्द्र का शव देने से इंकार कर दिया। परिजनों ने बताया कि मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उसकी जमीन बेचकर 3.60 लाख रुपये जमा करा चुके हैं, लेकिन स्टॉफ कुछ सुनने को तैयार नहीं था। परिजनों ने अपने परिचितों को काल किया तो विवि के छात्र नेता नितिन कौशिक हाइडिल व अजय अपने दर्जनों समर्थकों को साथ लेकर वहां पहुंच गए।
उन्होंने स्टाफ को काफी समझाया, लेकिन स्टाफ जब नहीं माना और पूरा पेमेंट जमा होने तक शव देने से इंकार दिया तो तमाम लोग काउंटर के सामने धरने पर बैठ गए। वहां हंगामा शुरू हो गए। मैनेजमेंट के लोग आ गए। उसके बाद 40 हजार रुपए और जमा कराए तब कहीं जाकर गरीब परिवार को शव दिया गया।