- मिशन शक्ति अभियान के तहत मेधावी छात्रा राम्या सिंघल को बनाया एक दिन की जिलाधिकारी
- जन समस्याएं सुनकर संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के दिए आदेश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मिशन शक्ति अभियान के तहत गुरुवार को केएल इंटरनेशनल स्कूल की मेधावी छात्रा राम्या सिंघल को एक दिन की जिलाधिकारी बनाया गया। करीब दो घंटे तक डीएम राम्या सिंघल ने 20 से अधिक समस्याओं को सुना और अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि डीएम की कुर्सी पर बैठकर काफी कुछ सीखने को भी मिला है। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्थाओं को समझने की भी कोशिश की है। राम्या ने कहा कि डीएम का कार्य आसान नहीं है।
मेधावी छात्रा राम्या सिंघल पुत्री नितिन सिंघल निवासी गंगानगर ने गुरुवार को एक दिन के लिए डीएम की कुर्सी संभाली। सुबह 10 से 12 बजे तक राम्या ने फरियादियों की समस्याओं को सुना। इसी के साथ जिलाधिकारी के पद एवं दायित्वों के निवर्हन की सीख भी ली। राम्या सिंघल ने कहा कि जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर अच्छा एवं गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली समझती है कि उन्हें एक दिन का जिलाधिकारी बनने का अवसर प्राप्त हुआ है।
डीएम की कुर्सी पर बैठकर उन्होंने फरियादियों की समस्याओं को सुनना व उनका निस्तारण करना बहुत बड़ा कार्य है। उनके द्वारा भविष्य में अपने लक्ष्य को लेकर भी मीडिया से अपने विचार साझा किए गए। इस दौरान डीएम दीपक मीणा ने कहा कि महिला सुरक्षा और उनको सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में है। शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत जनपद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।
इसी क्रम में मेधावी छात्रा राम्या सिंघल को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को प्रशासन के पास आने वाली शिकायतों और उसके निस्तारण के तरीकों को समझाना है। उनमें सामाजिक मुद्दो से संबंधित संवेदनशीलता उत्पन्न करना है, यदि वह इस क्षेत्र में आना चाहती है, तो कैसे आगे बढ़ सकती है। इस दौरान एसीएम नवनीत गोयल, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी अतुल कुमार सोनी मौजूद रहे।
जमीन से जुड़ी शिकायतें अधिक मिलीं: सिंघल
एक दिन की सांकेतिक जिलाधिकारी राम्या सिंघल ने बताया कि उन्होंने जितनी भी शिकायत सुनीं, उनमें सबसे अधिक जमीन से जुड़े मामले थे। गांव देहात से आने वाले जमीनी विवादों को उन्होंने सुनकर संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के लिए आदेश किए। इसके अलावा मवाना में भी एक प्रॉपर्टी का विवाद था, जिसमें राम्या ने तुरंत ही मवाना इंस्पेक्टर को आदेश किए। राम्या सिंघल ने बताया कि वह मनोविज्ञान के फील्ड में जाना चाहती है। इसलिए वह इसकी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से कर रही है।
आकृति सीडीओ और श्रद्धा बनी जिला प्रोबेशन अधिकारी
मिशन शक्ति अभियान के तहत ही गुरुवार को जिलाधिकारी राम्या सिंघल के अलावा दो छात्राओं को मुख्य विकास अधिकारी और जिला प्रोबेशन अधिकारी भी बनाया गया। आइडियल चिल्ड्रंर्स इंटर कॉलेज फलावदा की हाईस्कूल छात्रा आकृति को सांकेतिक मुख्य विकास अधिकारी और जेएनएम इंटर कॉलेज रछौती की हाईस्कूल छात्रा श्रद्धा शर्मा को सांकेतिक जिला प्रोबेशन अधिकारी बनाया गया है।
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि इनके अलावा जनपद से पंचायत स्तर तक के सभी पदों पर छात्राओं को एक दिन का सांकेतिक अधिकारी बनाया गया। इनमें अलीशा को डीपीआरओ मेरठ, शिफा को बीडीओ मेरठ, मानवी शर्मा को एडीओ (पी) मेरठ, कृतिका को ग्राम सचिव, सिमरन को बीडीओ खरखौदा, मोनिका को बीडीओ रोहटा, आंचल को बीडीओ जानीखुर्द, दीपा को एसडीएम सरधना, माही शर्मा को तहसीलदार सरधना समेत अन्य मेधावी छात्राओं को अलग-अलग स्तर पर एक दिन का अधिकारी बनाया गया।