Thursday, June 8, 2023
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महिलाओं में खून की कमी को न समझें आम, वरना हो सकती है बड़ी बीमारी

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नमस्कार दैनिक जानवाणी डॉट कॉम में आपका हार्दिक अभिनन्दन और स्वागत है, आज हम बात करेंगे महिलाओं के बारे में, हमारे देश भारत में महिलाएं अक्सर सबका खयाल तो रख लेती हैं। लेकिन अपनी सेहत के बारे में मानों उन्हें चिंता ही नही होती। जिसका परिणाम अंत में किसी बड़ी बिमारी हो जाना ही होता है।

आज भी भारत में ऐसी महिलाएं है जो अपनी सेहत को लेकर लापरवाह है। महिलाओं में सबसे ज्यादा खून की कमी की समस्या नजर आती है। आज हम बात करेंगे महिलाओं में बढ़ रही खून की कमी के बारे में…

स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. निरजा श्रीवास्तव के अनुसार

खून की कमी की समस्या निम्न, मध्यम और उच्च तीनों ही आयवर्ग की महिलाओं में नजर आती है। यही नहीं 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में कैल्शियम की कमी की समस्या होना भी सबसे आम बीमारी है।

ऐसा इसलिए क्योंकि मासिकधर्म बंद होने के बाद इस्ट्रोजन हार्मोन कम होने से हड्डियों का कैल्शियम कम होने लगता है। जिसकी भरपाई के लिए 1 ग्राम कैल्शियम प्रतिदिन खाना चाहिए और विटामिन डी का सेवन करना चाहिए।

महिलाएं अपने खानापान का ध्यान नहीं रखती

महिलाएं अपने खानापान का ध्यान नहीं रखती और भोजन में कैल्शियम , प्रोटीन आदि पोषक तत्वों को नजर अंदाज कर देती हैं। इसके अलावा प्रतिदिन पैदल चलना भी बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे हड्डी मजबूत होती हैं पर महिलाएं नियमित पैदल भी नहीं चलती और चलती भी हैं तो आहार का ध्यान नहीं रखती।

इसके अलावा कई बार यह भी देखा गया है कि गर्भावस्था के दौरान हेपीटाइटिस बी और थायराइड की जांच भी नहीं कराती जिसका उनपर और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। यदि इसका वक्त पर उपचार शुरू नहीं हुआ तो प्रसव के दौरान रक्तस्त्राव अधिक हो सकता है और बच्चे की सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

हेपीटाइटिस बी पाजेटिव होने पर…

हेपीटाइटिस बी पाजेटिव होने पर प्रसुति के 24 से 48 घंटे के भीतर नवजात को इम्युनोग्लोवूलिन इंजेक्शन लगवाएं। बाद में शिशु की भी हेपीटाइटिस बी और थायराइड की जांच कराएं। 15 वर्ष से 45 वर्ष तक की उम्र में मासिकधर्म में रक्तस्त्राव अधिक होने से खून की कमी हो जाती है।

इसे दूर करने के लिए हरी सब्जी, गुड़, खारक, किशमिश, लोहे के बर्तन में बना भोजन करें और जंक फूड से दूरी बनाए रखें। फिर भी हीमोग्लोबीन सामान्य न हो तो चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें।


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