- वक्ताओं ने दिया महिलाओं के प्रति समाज को अपना दृष्किोण बदलने पर बल
- निगम सहारनपुर को क्लीन सिटी के साथ सेफ सिटी बनाने के प्रति संकल्पित
जनवाणी ब्यूरो |
सहारनपुर: नगर निगम द्वारा ‘मिशन शक्ति’ के तहत जनमंच सभागार में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा के साथ यदि स्वालंबी बनना है तो उन्हें अपनी शक्ति को पहचानकर दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा। वक्ताओं ने महिलाओं के प्रति समाज को अपना दृष्टिकोण बदलने पर भी बल दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पद्मश्री भारतभूषण, मेयर संजीव वालिया, नगरायुक्त ज्ञानेन्द्रसिंह, मुन्नालाल काॅलेज की प्राचार्या डाॅ. अमिता अग्रवाल, डाॅ. इन्द्रा भार्गव, हिन्दू कन्या इ.का. की प्रधानाचार्या, डाॅ.कुदसिया अंजुम, उद्यमी शैली साहनी, अंतराष्ट्रीय एथलेटिक नीतू दिनकर, योग प्रशिक्षक बहन अनिता, के एल जी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या बबीता मलिक आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। पार्षद रेखा रोहिला, सुनीता वर्मा, कंचन धवन, मोनिका सिंह, डाॅ.सपना सिंह व सीएस पूजा वर्मा ने अतिथियों को पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया।
मिशन शक्ति की सहारनपुर की नोडल अधिकारी आईएएस कंचन वर्मा भी कार्यक्रम में पहुंची और शानदार आयोजन के लिए नगर निगम की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिला का सम्मान, सुरक्षा और स्वाभिमान की रक्षा घर से शुरु होती है। सबसे पहले परिवार के पुरुषों को अपने घर की महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलना होगा।
उन्होंने महिला सुरक्षा पर बल देते हुए कहा कि जहां लोग शिक्षित होते हैं वहां अपराध कम होते हैं, शिक्षा अपराधों को रोकने का सबसे सशक्त माध्यम है। हिन्दू कन्या इं.का. की प्रधानाचार्या डाॅ. कुदसिया अंजुम ने भी शिक्षा को सबसे बड़ा हथियार बताते हुए महिला शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने बहू को भी बेटी की तरह स्नेह देने की बात की।
मुख्य अतिथि योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण ने कहा कि आज नारी का सशक्तिकरण महिलाओं की नहीं पुरुषों की समस्या है। अतः यदि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उनके स्वालंबन की बात करनी है तो पुरुषों के सम्मेलन आयोजित कर उसमें मूल समस्याओं पर मंथन करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज को महिलाओं के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना होगा। योग गुरु ने महिलाओं से भी आह्वान किया कि वे अपनी शक्ति पहचाने और अपने भीतर के ममत्व को जागृत करें।
मुन्नालाल काॅलेज की प्राचार्या डाॅ. अमिता अग्रवाल ने भी समाज के दृष्टिकोण में परिवर्तन पर बल देते हुए कहा कि यदि अपने से बड़ी उम्र की महिला को माॅ और छोटी को बहन के रुप में समाज सम्मान देता तो आज नारी सुरक्षा का प्रश्न ही खड़ा नहीं होता। अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक कु.रीतू दिनकर ने महिलाओं से अपनी शक्ति को पहचानकर अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने पर जोर दिया।
केएलजी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य बबीता मलिक ने कहा कि बहुत सारे कानून बनने के बाद भी महिलाओं का शोषण रुका नहीं है। उन्होेंने कानून के सही क्रियान्वन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदल कर हमें एक नये समाज की संरचना करनी होगी जिसमें महिलाएं मानसिक रुप से भी स्वतंत्र हो। उद्यमी शैली साहनी ने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचाने, वे चाहे तो अपना किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य हासिल कर सकती हैं। उन्होंने महिलाओं के प्रति जागरुकता को आंदोलन बनाने पर जोर दिया।
महिला रोग विशेषज्ञ डाॅ. इंद्रा भार्गव व डाॅ. वंदना वर्मा ने महिलाओं के स्वास्थय पर बल देते हुए कहा कि महिलाओं को अपने स्वास्थय पर भी ध्यान देना चाहिए तभी वे सशक्त हो सकती हैं। योग शिक्षिता अनिता ने कहा कि योग विद्या के माध्यम से जीवन में सहजता से आनंद की प्राप्ति हो सकती है और हम स्वस्थ रह सकते हैं।
नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाएं अपने आप में सशक्त हैं, उन्हें अपने भीतर गलत बातों के प्रतिकार करने की शक्ति को जागृत करना होगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम सहारनपुर को ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी के साथ सेफ सिटी बनाने के प्रति भी दृढ़ संकल्पित है।
उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर में महिला सुरक्षा के लिए दस हजार कैमरे लगाये जा रहे हैं। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी शक्ति को पहचाने और समाज में सकारात्मक नयी पहल करें, निश्चय ही समाज में परिवर्तन की बयार बहने लगेगी। मेयर संजीव वालिया ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए महिलाओं से निगम के स्वच्छता अभियान में सहयोग का आह्वान किया।
कार्यक्रम में उक्त के अलावा डीपीआरओ अनिता सोनकर, एडीएम एसबी सिंह, महिला उद्यमी सुषमा बजाज, पार्षद ज्योति अग्रवाल, अर्चना उद्योग की अर्चना, सुरेन्द्र धवन, अरुण गांगियान, सत्य शर्मा, आईटीसी सुनहरा कल की लिपिका, अर्श, तबरेज आदि मौजूद रहे। संचालन साहित्यकार डाॅ.वीरेन्द्र आज़म व सपना सिंह ने किया।