- 21 को होगा फैसला, विवि को फिर से बदलनी पड़ सकती है परीक्षा तिथि
- 24 से परीक्षा शुरू होना मुश्किल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देशभर के विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर की परीक्षाओं पर सुप्रीम कोर्ट के 21 अगस्त को संभावित निर्णय के चलते चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की 24 अगस्त से प्रस्तावित परीक्षाएं एक बार फिर से खटाई में पड़ गई है। तैयारियों के बावजूद विवि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करेगा।
शासन भी अंतिम निर्णय के बाद ही विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी कर सकता है। विवि ने शासन से परीक्षा की अनुमति देने को पत्र भेजा हुआ है, लेकिन अभी तक इसका जवाब नहीं मिला।
अब 21 तक इंतजार
यूजीसी ने परीक्षा पर रोक के विरोध में अपनी बात रखी। छात्रों ने अपने दावे पेश किए, लेकिन निर्णय नहीं सुनाया जा सका। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले में 21 या 22 अगस्त को अपना निर्णय दे सकता है।
यदि परीक्षा के पक्ष में निर्णय आता है तो विवि तत्काल पेपर कराएगा। विवि प्रशासन के अनुसार इन स्थितियों में 24 अगस्त से प्रस्तावित परीक्षाओं का पीछे हटना तय है।
वहीं 31 अगस्त तक देशभर के कॉलेजों को बंद कर रखा है। प्रदेश सरकार ने इसी आधार पर इस तिथि तक छात्रों को कॉलेजों में बुलाने पर रोक लगा रखी है।
इस स्थिति में 24 अगस्त से परीक्षा कराना शासन के निर्देशों की अवहेलना होगी। यही वजह है कि अभी तक शासन ने भी विवि के अनुमति देने के पत्र पर संस्तुति नहीं की है।
विवि के अनुसार जब तक स्पष्ट निर्देश नहीं मिलेंगे, परीक्षा शुरू कराना मुश्किल होगा। अभी तक विवि भी परीक्षा केंद्र सहित अन्य निर्देशों को लेकर भी गाइडलाइन जारी नहीं कर सका है।
21 या 22 अगस्त को परीक्षा में निर्णय के बाद भी विवि को अतिरिक्त दो से तीन दिन की जरूरत होगी। इस स्थिति में विवि की परीक्षाएं सितंबर में शुरू होने के आसार हैं।
हालांकि विवि ने अभी तक इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं की है। इस फैसले के बाद करीब एक लाख 65 हजार छात्र-छात्राओं को परीक्षा का इंतजार करना पड़ सकता है।
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