- नियमों को ताक पर रख आवंटित कर रहे हैं शराब की दुकानें
- शिक्षा के मन्दिर व मन्दिर के बराबर में चल रहा शराब का ठेका
- ठेका हटाने को लेकर हो चुके हैं धरने प्रदर्शन, नहीं जागा प्रशासन
जनवाणी संवाददाता |
मोरना: योगी सरकार में आबकारी विभाग द्वारा हिन्दू धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सभी नियमों को ताक पर रखते हुए आबकारी विभाग ने मन्दिर के बिल्कुल बराबर में देसी शराब ,अंग्रेजी शराब, बियर की दुकानें का आवंटन किया गया है। यह दुकाने धार्मिक स्थल की बराबर में पिछले कई सालों से चल रही है।
इतना ही नहीं मन्दिर के बराबर में शिक्षा का मन्दिर भी है, जहां पर छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आती हैं। ग्रामीण धार्मिक स्थल की बराबर से दुकानों को हटाने के लिए कई बार धरने प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार द्वारा अस्पतालों स्कूल कॉलेजों धार्मिक स्थलों के बराबर में दुकान खोलने के लिए नियम बनाए गए हैं, लेकिन आबकारी विभाग द्वारा इन सभी नियमों की अनदेखी की गई है।
भोपा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत भोकरहेड़ी बस स्टैंड पर आबकारी विभाग द्वारा शराब की दुकानें खोले जाने के लिए लाइसेंस दिया गया है, जिसमें देसी शराब, अंग्रेजी शराब, बियर की दुकानें खोली गई है। इन दुकानों की बराबर में धार्मिक स्थल मंदिर बना हुआ तथा साथ ही वही इन दुकानों से करीब 30 मीटर की दूरी पर इंटर कॉलेज भोकरहेड़ी है ओर 20 मीटर की दूरी पर एक शिव मंदिर है।
इतने नजदीक दो मन्दिर व एक शिक्षा का मन्दिर होने के कारण नियमानुसार यहां पर शराब की दुकानें नहीं खोली जा सकती है, परन्तु आबकारी विभाग द्वारा सरकार के नियमों को ताक पर रख अपना खजाना भरने के चक्कर में देसी व अंग्रेजी शराब का ठेका मंदिर की बराबर की बनी दुकानों में छोड़ा गया है जिसके चलते ग्रामीणों में आबकारी विभाग व प्रशासन के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है।
मंदिर की बराबर में शराब की दुकान खोलने को लेकर नगर पंचायत भोकरहेड़ी के ग्रामीण कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन ग्रामीणों को आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन समाप्त करा देते हैं। ग्रामीणों को आश्वासन दिया जाता है कि इस बार ठेका पूरा हो जायेगा, तो अगले सत्र में यहां पर ठेका नहीं छोड़ा जायेगा, लेकिन अगली बार फिर ठेकेदारों से सांठगांठ कर आबकारी विभाग पुरानी दुकानों का आवंटन कर दिया जाता है।
एक तरफ भगवान की पूजा, दूसरी तरफ शराब की बिक्री
मंदिर के बराबर में अंग्रेजी शराब, देसी शराब ,की दुकान होने के कारण शाम के समय जब एक और मंदिर में भगवान की आरती व भगवान की जय जय कार होती है उस समय मंदिर में गांव की महिला व पुरुष भगवान की आरती करने के लिए आते हैं, उस समय मंदिर की बराबर में शराबियों की लंबी लाइन लगी रहती हैं, जो मंदिर में पूजा करने के लिए आई महिलाएं वह पुरुषों पर इसका काफी प्रभाव पड़ता है।
कभी हो सकता है बड़ा बवाल
आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत के चलते इंटर कॉलेज से मात्र चंद कदमों की दूरी पर शराब का ठेका खुला हुआ है, जिसमें स्कूल की छुट्टी के समय शराबी शराब के ठेके पर शराब लेकर बवाल करते हैं तथा छात्र-छात्राओं पर नशे की हालत में फब्तियां कसते हुए नजर आते हैं। बता दें कि छेड़छाड़ को लेकर 2013 में मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगे हो चुके हैं, इन दंगों से भी आबकारी विभाग द्वारा कोई सबक नहीं लिया गया और स्कूल से चंद कदम की दूरी पर ही शराब का ठेका खुलवा दिया, जो कभी भी बड़े बवाल का सबब बन सकता है।
ठेका हटवाने को लेकर हो चुके हैं धरना-प्रदर्शन
मंदिर के बराबर में शराब की दुकानें खोलने को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार धरने प्रदर्शन व रोड जाम कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा धरना प्रदर्शन करने वालों को ठेका पूरा होने पर केवल आश्वासन दिया जाता है कि समय सीमा पूरी होने पर मंदिर के बराबर से ठेका हटा दिया जाएगा, लेकिन आबकारी विभाग की मिलीभगत के चलते पिछले कई वर्षों से लगातार उसी स्थान पर ठेका छोड़ दिया जाता है।