- रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने रात्रि में ही राकेश टिकैत से की थी बात
- सुबह रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे
मुख्य संवाददाता |
बागपत: गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। गत दिवस गाजीपुर बॉर्डर को खाली करने के आदेश के बाद किसानों में आक्रोश पनप गया और भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत का साथ देने के लिए रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी पहुंच गए। उनके साथ पार्टी के तमाम नेता किसानों के साथ पहुंचे है।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए बवाल के बाद सरकार हरकत में आई थी और गाजीपुर बॉर्डर सहित प्रदेश में अन्य स्थानों पर चल रहे धरनों को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए थे। जिसके बाद बड़ौत में चल रहे धरने को रात्रि में पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज कर उठा दिया था।
इसके अलावा गाजीपुर बॉर्डर पर कल दिनभर हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा और भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत को हटाने की तैयारी हुई, लेकिन राकेश ने किसानों की आवाज को बुलन्द कर दिया। राकेश से रात्रि में ही रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने फोन पर बात की थी और साथ रहने का भरोसा दिया था।
उसके बाद शुक्रवार सुबह रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए। उन्होंने वहां राकेश टिकैत व किसानों से बातचीत की और भरोसा दिया कि किसान के हक की लड़ाई में रालोद हमेशा उनके साथ रहेगा। जयंत ने कहा कि किसान बहुत हिम्मत वाला है। यहां तक वह तमाम मुश्किलो का सामना करके पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आज देश मे अलग ही रीत चल पड़ी है कि जो भी आवाज उठाएगा।
उसे लाठी खानी पड़ेगी। किसान न लाठियों से डरा है और न ही सरकार के अन्य तंत्र से पीछे हटेगा। वह अपने हक की आवाज को बुलन्द करेगा। उन्होंने कहा कि ड्रेस पर ध्यान देने की बजाय किसानों के मन की बात समझनी चाइये। सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाइये। उन्होंने कहा कि किसान अपना हक लेकर रहेगा।
पहुंच गए नेता
जयंत के आने से पहले ही गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। किसानों के अलावा रालोद नेता भी काफी संख्या में वहां पहुंच गए। बागपत जनपद से रात्रि में ही रालोद नेताओ ने वहां पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।