जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: त्योहार खत्म हो गये हैं दिवाली भी बीत गई हैं लेकिन जागृति विहार एक्सटेंशन में बैठे किसानों के लिये मानों दिन जैसे वहीं रुक गये हैं। त्योहारों के मौके पर किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है।
किसानों द्वारा आवास विकास की जमीन पर कब्जा किये जाने के बाद भी अधिकारी इस मामले में कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि आवास विकास किसानों की मांगों को लेकर कितना गंभीर है।
बता दें कि आवास विकास की स्कीम 11 में किसान बढ़े हुए प्रतिकर और प्लॉट दिये जाने की मांग को लेकर पिछले कई माह से धरना दे रहे हैं। इस दौरान किसानों ने आवास विकास को न तो यहां योजना में कोई कार्य करने दिया है और न ही यहां किसी आवंटी को कब्जा लेने दिया और तो और किसानों ने यहां आवास विकास की जमीन में ट्रेक्टर तक चला दिया और यहां फसल तक बो दी, लेकिन इसके बाद भी अधिकारियों के कानों में अभी तक जूं तक नहीं रेंगी है। किसान यहीं पर धरना दे रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा है।
किसानों और आवास विकास के बीच के इस विवाद के कारण योजना के आवंटी बीच मझधार में फंस गये हैं लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई इस योजना में लगाई है, लेकिन उन्हें कब्जा तक नहीं मिल पा रहा है।
यहीं पर बन रहा खाना भी
काजीपुर, सरायकाजी समेत कई गांवों के लोग यहां धरने पर बैठे हैं और दिन और रात का खाना यहीं धरना स्थल पर बनाया जा रहा है। किसानों ने कहा कि वह यहां से जबतक नहीं उठेंगे जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता।
किसान महिपाल ने कहा कि आवास विकास उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। पिछले दो माह से भी अधिक समय से वह यहां धरना दे रहे हैं, लेकिन एक बार भी उनसे वार्ता तक नहीं की गई है। जिसे लेकर उन्होंने नाराजगी जताई है।