- होश में आने बताया मां के साथ बस में लोनी से आया था
जनवाणी संवाददाता |
शामली: शहर में एक खाली प्लाट में बोरे में बंद बच्चा मिलने से हड़कंप मच गया। होश में आने पर करीब पांच साल के बालक ने खुद को अपनी मां के साथ लोनी से आने की बात की। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को कब्जे में लेकर छानबीन की तो पता चला कि बच्चा शामली में तीन महीने से अपनी बहन-बहनोई के पास रह रहा है। लेकिन बोरे में बंद मिलने की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुट गई है।
सोमवार की शाम को शामली शहर के मोहल्ला दयानंदनगर में टपरी डालकर रह रहे कुछ बच्चे पतंग उड़ा रहे थे। एक बच्चा चांद पतंग कटने पर उसके पीछे दौड़ रहा था। तभी बच्चे को एक खाली प्लाट में कपड़े के बोरे में बंद बच्चे के रोने की आवाज सुनाई।
चांद ने कपड़े के बोरे को फाडकर देखा तो उसमें करीब पांच साल का बच्चा था जो रो रहा था। चांद ने उसे चुप करते हुए उसके बारे में पूछताछ की और उस आसपास के लोगों को बुलाया। लोगों के इकट्ठा होने पर बसपा नेता सुनील जाटव वहां पहुंचे और बच्चे के बारे में पुलिस को सूचना देते हुए बच्चे को किसी तरह शांत किया। बच्चे ने बताया कि उसके पिता का नाम फीजू और मां का नाम सायरा है।
बच्चे ने यह भी बताया कि वह अपनी मां के साथ पहले बस में बैठा और फिर रिक्शा में बैठा था। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस बच्चे समद को दुलार करते हुए उसके परिजनों की तलाश शुरू की। किसी तरह पुलिस ने बच्चे के बहन-बहनोई को तलाश लिया जोकि शामली के मोहल्ला नानूपुरा में रहते हैं और बहनोई जूस की ठेली लगाता है। बहन-बहनोई ने पहुंचकर बताया कि करीब तीन महीने पहले बच्चे की मां सायरा बच्चे को छोड़कर गई थी।
सोमवार की शाम को करीब चार बजे बच्चा ट्यूशन पढ़कर घर पहुंच जाता है लेकिन जब पांच बजे तक भी नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश शुरू की थी। बच्चा दयानंद नगर में खाली प्लाट में बोरे में बंद कैसे मिला इसके बारे में जानकारी नहीं है। वहीं पुलिस ने सभी के बयानों के आधार पर छानबीन शुरू कर दी है।
शामली कोतवाली पुलिस का कहना है कि बच्चे से जानकारी करने के साथ ही कुछ सीसी टीवी फुटेज को चेक कर इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।