- सीएचसी, रेलवे अस्पताल के अलावा नर्सिंग होम में लगे टीके
जनवाणी संवाददाता |
शामली: कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हो गया है। तीसरे चरण में जनपद के जिला संयुक्त चिकित्सालय और रेलवे अस्पताल के अलावा एक निजी नर्सिंग होम में 60 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले बुजुर्गों को टीके लगाए गए।
कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में सोमवार को पहले दिन तीन केंद्रों पर 187 बुजुर्गों ने टीकाकरण कराया है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार तीसरे चरण में 60 वर्ष और इससे अधिक आयु वालों के साथ 45 से 60 वर्ष उम्र के बीमारों को भी वैक्सीन लगनी है। सोमवार को जिला संयुक्त अस्पताल, रेलवे अस्पताल और गुरुद्वारा तिराहे के समीप स्थित प्राइवेट अग्रवाल नर्सिंग होम को केंद्र बनाया गया था।
सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क और निजी अस्पताल में 250 रुपये प्रति डोज शुल्क लिया जाना है। हर केंद्र पर 100-100 लाभार्थियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। जिला संयुक्त चिकित्सालय में 104, रेलवे अस्पताल में 48 वरिष्ठ नागरिकों ने वैक्सीन लगवाई।
अग्रवाल नर्सिंग होम में 250 रुपये प्रति डोज ली गई। यहां 35 बुजुर्गों ने ही टीकाकरण कराया। सुबह के समय कोविड पोर्टल में दिक्कत रही और पंजीकरण में परेशानी आई। पोर्टल दोपहर में करीब 12 बजे ठीक हुआ। सीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को हुए टीकाकरण में किसी भी बुजुर्ग को टीका लगने के बाद कोई परेशानी नहीं हुई।
125 दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र जारी
जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अंशुल चौहान ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ केंद्र शामली में सोमवार को कैंप लगाकर लगभग 125 दिव्यांगजनों के दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किए गए। कैंप में 165 दिव्यांगजनों के आवेदन किए थे जिनके सत्यापन के बाद ही 125 दिव्यांगों को प्रमाण दिए गए और कुछ को रेफर किया गया।
अंशुल चौहान ने बताया कि इस बार के कैम्प में दिव्यांगजनों को उपकरण प्राप्ति हेतु आवेदन की भी व्यवस्था शुरू की गई जिसमें विभाग के कर्मचारी अनिल कुमार ने लगभग 12 दिव्यांगजन चिह्नित किए और मौके पर आवश्यक दस्तावेज पूर्ण कराते हुए फर्म भरवाने की प्रक्रिया की गई। इस मौके पर समाज सेवी संस्था जनचेतना दिव्यांग सोसायटी का भी सराहनीय सहयोग रहा। अगला शिविर 15 मार्च में आयोजित होगा।
सीएचसी में आज लगेगा मानसिक शिविर
सीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मानसिक शिविर कार्यक्रम का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामली पर दो मार्च को होगा। सीएमओ ने बताया कि मानसिक शिविर में मानसिक रोग के चलते आदमी को नींद नहीं आना, देर से नींद आना, चिंता, घबराहट, तनाव, कार्य में मन न लगना, आत्महत्या का विचार आना, अत्याधिक साफ सफाई, लड़ाई झगड़ा, गाली गलौज करना, भूत प्रेत, ऊपरी हवा आदि भ्रम में आना, बुद्धि का विकास कम होना, याददाश्त की कमी, मिर्गी या दौरे आना किसी भी प्रकार का नशा आदि होना मानसिक रोग से जुड़ी समस्याएं है। इस कैंप में परीक्षण के बाद उपचार दिया जाएगा। मानसिक रोग से जुडी समस्या लेकर कैंप में परामर्श व उपचार करा सकते हैं।