जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र को रोजगार एवं राजस्व अर्जन का एक सुनिश्चित जरिया बनाने के लिए 182.86 करोड़ रूपये लागत की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जायेगा। ये परियोजनायें वाराणसी, कुशीनगर, मथुरा, आगरा तथा जनपद सिद्धार्थनगर में पर्यटकों को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभायेगी।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं के अंतर्गत जनपद वाराणसी में सारनाथ का समेकित पर्यटन विकास 72.63 करोड़ रूपये की लागत से कराया जायेगा। इस कार्य को पूरा करने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी दी गई है। इसी प्रकार 16.83 करोड़ रूपये की लागत से जनपद कुशीनगर में कुशीनगर का समेकित पर्यटन विकास कराया जायेगा। इसके लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
जयवीर सिंह ने बताया कि जनपद मथुरा में ब्रज क्षेत्र का समेकित पर्यटन विकास 71.05 करोड़ रूपये की लागत से कराया जायेगा। इस कार्य के लिए मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। इसी प्रकार 10.80 करोड़ रूपये की लागत से जनपद आगरा में कछपुरा में आर्टिजन सेंटर का निर्माण कराया जायेगा। इसके निर्माण के लिए आगरा विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी दी गई है।
पीपीपी मॉडल पर संग्रहालय व रोप-वे का होगा निर्माण
देश विदेश के पर्यटकों को उत्तर प्रदेश का गौरवशाली इतिहास एवं समृद्ध विरासत का दर्शन कराने के लिए निजी सहभागिता के आधार पर पूंजी निवेश पीपीपी मॉडल पर गैलरी-संग्रहालयों का निर्माण कराया जायेगा। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने बताया कि प्रयागराज में कर्जन ब्रिज फाफामऊ पर गंगा-गैलरी संग्रहालय, गोरखपुर गौरव गैलरी का निर्माण तथा मथुरा में यमुना संग्रहालय का निर्माण कराया जायेगा।
इसके अतिरिक्त राजधानी लखनऊ में गोमती शौर्य संग्रहालय में नेवी का युद्धपोत आईएनएस गोमती का प्रदर्शन कराया जायेगा। इससे पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेगे। वहीं लालापुर, चित्रकूट महर्षि बाल्मीकि आश्रम में रोप-वे का निर्माण, महोबा में गोरखगिरी पहाड़ी पर रोप-वे का निर्माण तथा प्रयागराज में प्रतिष्ठानपुरी उल्टा-किला झूसी से त्रिवेणी पुष्प अरैल तक रोप-वे का संचालन कराया जायेगा।