जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: हृदय विदारक विस्फोट की घटना से मकान जमींदोज होने पर साबिर के परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है।हादसे से प्रभावित इस गरीब परिवार के लिए सिर छुपाने की जगह भी नहीं बची है। प्रशासन द्वारा मदद व बचाव के दावे बेमानी साबित हो रहे हैं।
क्षेत्र के गांव रसूलपुर में बारूद से हुए विस्फोट से आतिशबाज निसार का परिवार जानमाल के नुकसान से तबाह हो गया, लेकिन साथ ही उसके पड़ोसी साबिर के लिए भी यह हादसा विनाशकारी साबित हुआ। इस हादसे में साबिर का एक कमरे वाला मकान भी धराशाई हो गया है। विस्फोट की दहल से उड़े गरीब के इस आशियाने में साबिर अपनी पत्नी अफसाना व अपनी 6 संतानों के साथ एक गाय पाल कर गुजर बसर करता आ रहा था।
पड़ोसी निसार के घर हुए विस्फोट की दहल से साबिर का पूरा परिवार हू दहल गाय। उसका मकान जमींदोज हो गया। मलबे में दबकर परिवार जख्मी हुआ तो परिवार के लिए आर्थिक साधन बनी गाय भी दब कर मर गई। गनीमत रही हादसे में माली नुकसान के सिवा जानी नुकसान नहीं हुआ।
इस परिवार के हालात खानाबदोश जैसे हो गए। हादसे में जख्मी परिवार के लिए सिर छुपाने की जगह नहीं है। तबाही के कगार पर बैठे इस गरीब परिवार की मदद के लिए सरकारी नुमाइंदों जनप्रतिनिधियों के पास शायद आश्वासनों के सिवा कुछ नहीं। फिलहाल सर छुपाने की जगह के नाम पर मौत बन कर लटक रही क्षतिग्रस्त मकान की छत ही उसके पास है।
प्रशासन घटना स्थल से अभी तक मलबा नहीं हटवा पाया है। सरधना के एसडीएम अमित भारतीय कहते हैं कि रास्ता तंग होने के कारण मशीन पहुंचना असंभव है। मलबा हटवाने में ग्रामीण पीड़ित की मदद कर सकते हैं।
रसूलपुर में हादसे से बेघर हुए साबिर का परिवार।