- अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव ने दिये निर्देश
- प्रदेश शासन ने शुरू किया रेस फॉर प्लास्टिक फ्री यूपी अभियान
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: सड़कों और नाले-नालियों में प्लास्टिक कचरा फेंककर गन्दगी फैलाने वालों को रेड कार्ड के रूप में पहले चेतावनी दी जायेगी और न मानने पर भारी जुमार्ना लगाया जायेगा। रेस फॉर प्लास्टिक फ्री यूपी नाम से प्रदेश शासन द्वारा प्लास्टिक एवं पॉलिथीन के विरूद्ध जन-जागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह एवं नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सोमवार को प्रदेश के सभी नगर निगमों और निकायों से वर्चुअल संवाद करते हुए उक्त निर्देश दिये।
रेस फॉर प्लास्टिक फ्री यू.पी अङियान की जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश में सफाई और प्लास्टिक के विरूद्ध काफी कुछ हो चुका है और अभी काफी कुछ होना बाकी है। उन्होंने कहा कि हमें इस रेस को आगे जारी रखना है तभी हम दूसरे प्रदेशों से आगे आ सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिये कि स्वच्छ भारत मिशन की टीम से समन्वय बनाते हुए अभियान को गति देने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही एक जागरूकता अधिकारी, एक सग्रंह अधिकारी और एक पुर्नचक्रण अधिकारी नियुक्त किया जाये।
जागरूकता अधिकारी पर जन जागरुकता का, सग्रंह अधिकारी पर महानगर में बिखरी पॉलिथीन एकत्रित कराने और पुर्नचक्रण अधिकारी पर एकत्रित पॉलिथीन का पुर्नचक्रण करने की जिम्मेदारी रहेगी। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्लास्टिक कचरा फैलाने वाले को पहले रेड कार्ड के रूप में चेतावनी दी जाये और न मानने पर भारी जुमार्ना लगाया जाये। उन्होंने कहा कि ठीक से सफाई व्यवस्था होने पर सड़कों पर कूड़ा व प्लास्टिक दिखना नहीं चाहिये।
उन्होंने प्रात: 5 बजे से 8 बजे तक सड़कों और नाले-नालियों की पूरी तरह सफाई कराने पर बल देते हुए कहा कि पॉलिथीन और प्लास्टिक पर नियंत्रण के लिए विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पर नियंत्रण से ही इस बात का आभास होता है कि शहर में कितनी सफाई व्यवस्था है। प्रमुख सचिव ने कहा कि सफाई निरीक्षक चालान करने के प्रवृति भूल गये है। उन्हें प्लास्टिक कचरा व गन्दगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिये।