- वातावरण में फैल रहा धुआं, चुभ रहा आंखों में, सब मौन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनसीआर क्षेत्र में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिसमें क्रांतिधरा का वातावरण भी लगातार प्रदूषित हो रहा है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के द्वारा बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए भवन निर्माण आदि पर रोक लगाने की बात कही है। साथ ही आवासीय क्षेत्र में प्रदूषण को लेकर कार्यवाई करने का जिम्मा नगर निगम के पास होने की बात कही है। उधर नगर निगम के अधिकारी प्रदूषण के मामले में कार्रवाई करने की बात प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के पास होने की बात कर रहे हैं। फिलहाल प्रदूषण लगातार प्रदूषित होता जा रहा है। अधिकारी कार्रवाई करने के नाम पर एक दूसरे विभाग के उपर पल्ला झाड रहे हैं।
प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बनाया गया है। लेकिन कुछ जगहों पर वायु-प्रदूषण को लेकर प्रदूषण विभाग के अतिरिक्त ट्रैफिक विभाग एवं नगर निगम को भी प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदारी दी गई है। जिसमें यदि किसी वाहन आदि से धुंआ अधिक निकल रहा है,जिससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है। उसमें ट्रैफिक विभाग उक्त वाहन का चालान काट देता हैं। यहां तक की जुर्माना लगाने की कार्रवाई से लेकर वाहन को थाने में खड़ा करा दिया जाता है।
वहीं दूसरी तरफ शहर में यदि कूडे के ढ़ेर आदि में कोई आग लगाकर वातावारण को प्रदूषित करता है तो उसकी जिम्मेदारी नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग पर होती है। भवन निर्माण आदि के दौरान यदि धूल मिट्टी से वातावरण प्रदूषित होता है,तो उसके लिए नगर निगम के निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई की जाती है। शहर के साथ समूचे जनपद में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के द्वारा कार्रवाई की जाती है।
लेकिन लगातार कई दिनों से फैल रहे वायु प्रदूषण को लेकर फिलहाल अधिकारी कार्यवाई करने की जगह एक दूसरे पर पल्ला झाड़ रहे हैं। शहर में कई जगहों पर कूडे के ढेÞर व अन्य जगहों पर आग लगती देखी जा सकती है। उधर शहर में निर्माण कार्य भी धडल्ले से जारी हैं। उधर, मुल्तान नगर के लोगों के द्वारा एक रबर फैक्ट्री से वायु के प्रदूषण बढ़ने की शिकायत प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व नगर निगम में की जा चुकी है,
लेकिन कार्रवाई के नाम पर जांच आदि का आश्वासन तक नहीं दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कंस्ट्रक्शन पर रोक के बावजूद नगर निगम के नए कार्यालय के भवन निर्माण जारी होने को लेकर अधिकारी कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। सभी अधिकारियों से प्रदूषण के मामलों में अब तक कितने मामलों में कार्रवाई कर चालान काटे गए या फिर जुर्माना वसूला गया तो गोलमोल जवाब दिया।