- विवि कुलसचिव के बाद एक बाबू और पाया गया संक्रमित
- 10 अप्रैल से शुरु हो रही है स्नातक और परास्नातक की मुख्य परीक्षाएं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि में दो दिन से लगातार कोरोना संक्रमित कर्मचारी पाए जाने के बाद से विवि में तो हडकंप मच ही गया हैं,वहीं दूसरी ओर बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से पांच लाख छात्र-छात्राओं की टेंशन भी बढ़ गई हैं,क्योंकि 10 अप्रैल से विवि में स्नातक और परस्नातक की मुख्य परीक्षाएं शुरु होने जा रही है।
रविवार को कुलसचिव की कोरोना रिर्पोट पॉजिटिव आने के बाद विवि परिसर में सोमवार को विवि में 30 से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट कराए गए थे जिनमें से एक और बाबू कोरोना संक्रमित पाया गया है। ऐसे में विवि परीक्षाओं पर संकट के बादल मडराते नजर आ रहे है।
बता दें कि मेरठ और सहारनपुर मंडल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से तो पहले ही विवि चिंता में था,लेकिन अब विवि परिसर में ही कोरोना संक्रमित मिलने से स्थिति नाजुक होती नजर आ रही है। विवि की परीक्षा में इस वर्ष पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल होने जा रहे है।
कोरोना विवि में फैलने की वजह से जहां छात्र-छात्राओं की टेंशन बढ़ गई है वहीं कर्मचारी भी परेशान नजर आ रहे है। इस वक्त एक लाख से अधिक छात्र-छात्राएं केंद्रों पर परीक्षा दे रहे है। जबकि चार लाख से अधिक छात्र-छात्राओं की परीक्षा 10 अप्रैल से शुरु होने जा रही है।
देखा जा रहा है कि सेमेस्टर परीक्षाओं के दौरान छात्र-छात्राएं कोरोना नियमों का पालन करते नजर नहीं आ रहे है और बिना मास्क पहने वह केंद्रों पर समूह में एकत्रित हो रहे है। केंद्रों पर निर्धारित सामाजिक दूरी के नियमों का पालन भी नहीं हो पा रहा है।
केंद्रों पर विवि के सचल दलों को निरीक्षण में इस तरह की खामियां मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से लागातार दोनों ही मंडलों में संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सूत्रों की माने तो अधिकांश केंद्रों पर सेनिटाइजेशन का काम भी नहीं हो रहा है।