- खादी से जुड़े वस्त्रों पर दी जा रही है विशेष छूट खरीदारों का आकर्षण बढ़ा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खादी को बढ़ावा देने के लिए हर मंच से लोगों से अपील करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खादी खरीदी जाए। उसका असर अब देखने को मिल रहा है। कोविड-19 संक्रमण के बीच भी खादी के कपड़ों के प्रति युवाओं में और बुजुर्गों में काफी रुझान है, जिसमें गांधी आश्रम स्थित खादी भंडार में युवा मोदी जैकेट खरीद रहे, इतना ही नहीं, अन्य प्रकार के खादी से बने कपड़ों को खरीद कर मित्रों को भी तोहफे में दे रहे हैं, जिससे खादी विभाग से जुड़े लोगों में खुशी है।
कोविड के बीच भी 70 प्रतिशत हुई सेल
वर्तमान समय में ऐसा कोई भी कार्य नहीं है, जिस पर कोविड का असर न पड़ा हो। खादी विभाग पर भी इसका असर पड़ा है, लेकिन उसके बावजूद इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 70 प्रतिशत कपड़ों की सेल हो चुकी है। जिस तरीके से लोग खादी के प्रति रुझान दिखा रहे हैं, उससे खादी से जुड़े लोगों में खुशी है कि आने वाले समय में और बिक्री बढ़ेगी। दरअसल, गांधी आश्रम स्थित खादी भंडार में अनेकों प्रकार के कपड़े उपलब्ध है, जोकि निर्धारित छूट के अनुसार सभी को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
ग्रामीणों के लिए रोजगार का हब है खादी
खादी से बनने वाले प्रत्येक कपड़े हाथ की कार्यकारी के माध्यम से बनते हैं। इसमें किसी भी प्रकार का मशीन का कार्य नहीं है। इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार भी मिलता है। खरखौदा के अधिकतर गांवों में खादी से ग्रामीण अपनी आजीविका चलाते हैं, जिसमें खादी का चौथाई हिस्सा उनको प्रदान किया जाता है। हालांकि खादी के कपड़े अन्य कपड़ों के माध्यम महंगे होते हैं, लेकिन सबसे अच्छा और लाभदायक कपड़ा भी खादी ही माना जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी खादी को काफी अहमियत देते थे। इसी वजह से उनके द्वारा चलाया गया चरखा लोगों के जीवन का प्रमुख अंग बना हुआ है।
इनका क्या कहना है
गांधी आश्रम के मंत्री पृथ्वी सिंह रावत कहते है की कोविड-19 की वजह से उत्पादन घट रहा है। ग्राहकों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन फिर भी इस वर्ष बिक्री 70% तक रही है। उन्होंने बताया कि आदि के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने खादी कपड़े की विशेषता बताते हुए कहा कि खादी कपड़े को पहनना काफी आराम दायक होता है। सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा होता है। 100 रुपये से अधिक की खरीदी पर पांच प्रतिशत की अतिरिक्त छूट का लाभ दिया जा रहा है। खादी कपड़ों के दाम साइज अनुसार है, जिसमें शुरूआत 1400 रुपये से 3000 रुपये तक है। वहीं, मोटी ऊन की चादर 1150 व फाइन ऊन की चादर 2200 तक की है।