- कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए शासन ने वैवाहिक कार्यक्रम में संख्या घटाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: वैवाहिक कार्यक्रम की तैयारी में लगे अभिभावकों को एक बार फिर से कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण ने परेशानी में डाल दिया है। क्योंकि अनलॉक प्रक्रिया के तहत शासन की गाइडलाइन के अनुसार सभी अभिभावकों ने अपने रिश्तेदारों को वैवाहिक निमंत्रण भेज दिया है, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते स्वरूप को देखते हुए शासन ने मेहमानों की संख्या को 200 से 100 कर दिया है। भले ही शासन ने सभी सुरक्षा के लिए ये फैसला लिया हो। मगर इस फैसले से दुल्हन व दुल्हे के माता काफी परेशान हैं।
कार्ड बटे 200, अब किसे मना करें
25 नवंबर से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं। जिसमें 27, 29, 30 नवंबर एवं एक, सात, नौ, 10, 11 दिसंबर को अंतिम मुहूर्त है। इसी वजह से सभी अभिभावक परेशान है। क्योंकि वैवाहिक कार्यक्रम में ज्यादा समय बचा नहीं। वहीं, शादी के कार्ड 200 की गाइडलाइन के अनुसार बंटे हैं। आखिर अब किसे और कैसे वैवाहिक कार्यक्रम में आने से मना करें। क्योंकि सभी खास परिचितों को वैवाहिक कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया हैं।
नवंबर और दिसंबर में मात्र नौ वैवाहिक मुहूर्त
सनातन धर्म के अनुसार देवउठानी एकादशी से वैवाहिक कार्यक्रम की शुरूआत हो जाती है। जिसमें शुभ मुहूर्त पर वैवाहिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार वैवाहिक कार्यक्रम 25 नवंबर से शुरू हो रहे हैं। हालांकि इस वर्ष वैवाहिक कार्यक्रम की शुभ मुहूर्त की संख्या नवंबर, दिसंबर में सिर्फ नौ ही है। इसलिए सभी मंडपों में बुकिंग फुल हो चुकी है, लेकिन कोविड-19 के संक्रमण के कारण अभिभावक व वैवाहिक मंडपों के कार्य से जुडेÞ लोगों के सामने एक लोगों की संख्या एक चुनौती बन गई है। जिससे अभिभावक और मंडप संचालक परेशान है।
सोशल मीडिया पर बनाए जा रहे मेम्स
वैवाहिक कार्यक्रम की संख्या सोशल मीडिया पर भी चर्चा का केन्द्र बनी हुई है। जिसमें अनेक प्रकार की वीडियो एवं मैसेज में लोग लिख रहे हैं कि वैवाहिक कार्यक्रम में अबकी बार पूरा परिवार नहीं सिर्फ एक ही व्यक्ति को आएं। क्योंकि बाहर कोरोना हैं। इतना ही नहीं यूजर लिख रहे हैं राजनीतिक कार्यक्रम में संख्या सीमित नहीं, लेकिन विवाह में आना जरूर हैं।
स्पेश के अनुसार मिलनी चाहिए थी अनमुति
अभिभावकों ने कहा कि शासन की पूर्व की गाइडलाइन के अनुसार ही वैवाहिक मंडपों की बुंकिग की गई थी।
जिसमें लोगों की संख्या एवं दो फीट की दूरी के अनुसार ही स्पेश देखा गया था, लेकिन शासन की नई गाइडलाइन के बाद इस बात से परेशान है कि पहले कार्यक्रम की तैयारी करे या फिर मेहमानों को विवाह में आने से मना करें।
उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार नियम कठिन कर दें, लेकिन संख्या के आदेश को वापस लें। जिससे इस परेशानी से बच सकें।
मंडप सजने शुरू 25 से बजेगी शहनाई
इसबार वेडिंग सीजन में मौसम और डिमांड को देखते हुए जहां वेडिंग प्लानर थीम को नए तरह से प्लान कर रहे हैं, वहीं दुल्हन की एंट्री से लेकर स्टेज डेकोरेशन, लेडीज संगीत की तैयारी और परिधान में कुछ नया देखने को मिलेगा। इसबार वेडिंग में पारंपरिक राजस्थानी कल्चर और सजावट नजर आएगी। दुल्हा-दुल्हन के परिधानों पर भी राजश्री ठाठ-बाट की झलक देखने को मिलेगी।
बता दें कि देवशयनी एकादशी के बाद से भगवान विष्णु शयन कर रहे थे। जिसकी वजह से सभी शुभ कार्य बंद चल रहे थे, लेकिन देवोत्थान एकादशी यानि 25 नवंबर से भगवान विष्णु करीब पांच महीने बाद फिर से जागृत हो रहे हैं। जिसके बाद लंबे समय से बंद पड़े शुभ कार्य शुरू होंगे और शहर में सहालग की धूम देखने को मिलेगी।
इस बार दुल्हन दिखेंगी खास
बदलते दौर के साथ-साथ महिलाओं ने अपने फैशन और रहन-सहन को भी बदल दिया है। इस बार दुल्हन के लिए 7डी मेकअप की धूम मची हुई है। वहीं, अधिकांश दुल्हन दीपिका जैसा लुक चाहते हैं। ताकि वह राजश्री घराने जैसी सजधज कर तैयार हो सकें। फोरएवर ब्यूटी पार्लर की संचालिका प्रतिभा कोठारी का कहना है कि 7डी मेकअप 16 से 17 घंटे तक चलता है। इस पर पानी का कोई असर नहीं होता है।
15 दिसंबर से फिर बंद हो जाएंगे विवाह
ज्योतिषों के अनुसार 15 दिसंबर से मलमास प्रांरभ हो जाएगा। इस दिन से सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर जाएगा। ऐसे में मलमास प्रारंभ हो जाता है। ये 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक चलेगा। ऐसे में यह काल मकर सक्रांति का रहेगा।
वर्ष 2021 शादी शुभ मुहूर्त
- जनवरी: 18
- फरवरी: 15, 16
- मार्च: मुहूर्त नहीं
- अप्रैल: 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, और 30
- मई: 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 28, 29, 30
- जून: 3, 4, 5, 20, 22, 23, 24
- जुलाई: 1, 2, 7, 13, 15
- नवंबर: 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30
- दिसंबर: 1, 2, 6, 7, 11, 13
अभिभावकों का क्या कहना है
मूलचन्द्र पुंडीर ने कि उनकी बेटी की शादी दिसंबर में हैं। शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही पहले सभी मेहमानों को वैवाहिक कार्यक्रम कार्ड बांट दिए गए हैं, लेकिन नई गाइडलाइन पेरशानी का सबक बन गई है। क्योंकि अब किसे मना करें।
निखिल कोहली ने कहा उनकी बहन की शादी एक दिसंबर को होनी है। शासन के निर्देशों का पालन करते हुए सभी व्यवस्था की गई हैं, लेकिन अब शासन के नए नियम चिंता का विषय बन गए है। क्योंकि पहले से ही खास मेहमानों न्योता भेजा गया हैं।
रामेश्वर दयाल ने कहा कि उनकी बेटी की शादी हैं। शासन की पूर्व की गाइडलाइन के पश्चात सभी को कार्ड वितरित किए गए, लेकिन अब शासन ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। जिससे काफी दिक्कत हो रही है कि आखिर शादी में आने से किसकों मना करें। क्योंकि सभी खास रिश्तेदारों को ही कार्ड वितिरत किए गए हैं। इसलिए सरकार से निवेदन है कि नियम कठिन करें, लेकिन संख्या को कम न करें।