- पूजन सामग्री के दामों में भी इजाफा, फल और सब्जियों के दामों में पहले ही हो चुका है इजाफा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र प्रारंभ होते हैं। इन्हें अश्विन नवरात्र भी कहा जाता है। नवरात्र के नौ दिन मां देवी की उपासना के लिए खास महत्व रखते हैं। जगत कल्याण के लिए आदि शक्ति ने अपने तेज को नौ अलग-अलग रुपों में प्रकट किया था, जिन्हें नव दुर्गा कहा जाता है। मगर गौर करने वाली बात यह है कि भगवान की पूजा की थाली भी अब महंगाई की मार से अछूती नहीं है।
जिसका असर नवरात्र शुरू होने से पहले ही दिखने लगा है। चंदन, धूपबत्ती, सामग्री से लेकर फलों तक के दामों में इजाफा हो चुका है। आम लोगों की थाली से सबसे ज्यादा सेब व अनार दूर हुआ है। क्योंकि अच्छे वाले सेब के दाम 120 से 150 रुपये तक है और ठेले पर गली-मोहल्लों में बिकने वाले सेब के दाम 60 से 80 रुपये किलो तक है। पिछले नवरात्र की तुलना में इस वर्ष पूजन सामग्री से लेकर खाने-पीने तक के समान के दामों में इजाफा हुआ है।
माता की चुनरी से लेकर अखंड ज्योत में प्रयोग होने वाले तिल के तेल के दामों तक में बढ़ोत्तरी हो गई है। ऐसे में लोगों की आस्था भी थोड़ी कंजूस हो जाए तो गलत नही होगा। पूजन के अलावा शारदीय नवरात्र में उपवास रखने वालों को तो महंगाई से दो चार होना ही पड़ेगा।
शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं, लेकिन महंगाई अभी से ही दिख रही है। गढ़ रोड स्थित मंगल सेन किराना स्टोर के संचालक सचिन सिंघल का कहना है कि समान के दामों में इजाफा हुआ हैं। कपूर, तिल के तेल आदि में सबसे ज्यादा उछाल आया है।
इस प्रकार है सामानों के दाम
सामान पहले अब
रोली 5 10
कलावा 5 10
नारियल 20 25
छोटी चुनरी 10 15
कपूर 30 40
सेब 60 80
अनार 100 120
केला 40 60
खरीरा 25 35
साबूदाना 30 40
मंूगफली 60 100
कुट्टु आटा 120 140