- एक ओर ही पूरा हो सका सड़क निर्माण कार्य
- निर्माण पूरा हो तो घट जाये सैकड़ों गांवों की दूरी
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: मेरठ, बिजनौर व मुरादाबाद जनपद की सीमाओं को जोड़ने के लिए गंगा पर बने पुल पर सड़क निर्माण की धीमी गति न केवल राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन रही है बल्कि दुर्घटना का पर्याय बन रही है। इस अधूरी सड़क के चलते पुल के आस पास लगातार हो रही दुर्घटना में दो लोग अपनी जान भी गवा चुके हैं। बावजूद इसके विभाग द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा है।
बता दें कि वर्ष 2007 में बसपा सरकार ने खादर में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ के दौरान खादर क्षेत्र में आवागमन को सुचारू रखने के साथ मेरठ बिजनौर मुरादाबाद जनपद की सीमाओं को जोड़ने के लिए वन आरक्षित जंगल से होकर गुजरने वाली गंगा नदी पर पुल के समीप फुल्का निर्माण कार्य शुरू किया था जो लगभग 5 वर्ष में पूर्ण होना था लेकिन वन विभाग की आपत्ति के चलते कुल समय पर पूरा नहीं हो सका।
सैकड़ों गांवों के लोगों को उम्मीद थी की पुल निर्माण समय पर पूरा होगा और उन्हें प्रतिवर्ष आने वाली पाठ से मुक्ति मिलेगी साथ ही मेरठ मुरादाबाद से बिजनौर जनपद की दूरी के किलोमीटर कम हो जाएगी। एक दशक बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस है लगभग एक वर्ष पूर्व पुल निर्माण कार्य तो पूरा हो गया लेकिन अप्रोच रोड का कार्य अभी तक भी अधूरा है।
लगातार हो रहे हादसे के बाद भी कार्य अधूरा
ग्रामीणों का कहना है कि अधूरी सड़क और जगह-जगह रखी निर्माण सामग्री के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। खासतौर पर ऐसे स्थानों में जहां निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है, निर्माण सामग्री रोड किनारे रख दी गई है। ऐसे स्थानों पर अक्सर छोटे-छोटे हादसे हो रहे हैं। लगभग छः माह पूर्व पुल के समीप हुए सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी।
आठ किमी का हुआ डामरीकरण
पुल के दोनों औ अलग-अलग हिस्सों में रोड निर्माण कम्पनी ने लगभग 80 प्रतिशत कार्य किया है। कम्पनी अभी तक पुल के एक और लगभग पांच किमी सड़क का ही डामरीकरण कर पाई है। जबकि शेष निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। हालांकि, कई बार ग्रामीणों ने निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किए जाने की मांग भी की, लेकिन निर्माण एजेंसी और मॉनीटरिंग करने वाले अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और समस्या जस की तस बनी हुई है।
क्या कहता है विभाग
पुल के एक और अप्रोच रोड का निमार्ण कार्य पूरा हो गया है जल्द ही दूसरी और की सड़क का भी निमार्ण कार्य पूरा कर लिया जायेगा। सड़क निर्माण एजेंसी को कार्य में तेजी करने के दिशा निर्देश दिये गये।
-अरविंद्र कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी