- मेरठ-खरखौदा मोड़ पर आरआरटीएस कॉरिडोर निर्माण के दौरान एक शटरिंग का जाल गिरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार की शाम परतापुर स्थित मेरठ-खरखौदा मोड पर आरआरटीएस कॉरिडोर निर्माण के दौरान एक शटरिंग का जाल गिर गया। लोहे के जाल तब गिरा, जब क्रेन से उसे ऊपर चढ़ाया जा रहा था। सड़क पर गिरे जाल से हादसा बाल-बाल बचा। इस दौरान सड़क पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया। हादसे के दौरान वाहनों का आवामन हुआ होता तो लोगों की जान जा सकती थी।
मेरठ-गाजियाबाद से बीच रैपिड रेल का निर्माण तेजी से चल रहा है। पिलर निर्माण के लिए गुरुवार को लोहे का जाल क्रेन से ऊपर चढ़ाया जा रहा था। इसे इंजीनियरिंग भाषा में केज रिन्फोर्मेंट भी कहा जाता है। यह कैसे फिसल कर सड़क पर गिरा, इसे इंजीनियर भी नहीं समझ पा रहे हैं। हालांकि इस दौरान बेहद सतर्कता बरती जाती हैं, लेकिन इसके बावजूद हादसा हो गया। कुछ समय ही क्रेन के द्वारा इसे उठाकर बैरिकेडिंग जोन में वापस ले जाया गया।
करीब एक घंटे तक इस रोड पर यातायात बाधित रहा है। किसी को भी कोई क्षति नहीं हुई। इस दौरान त्वरित कारवाई करते हुए रोड को बैरिकेड करके ट्रैफिक मार्शल ने यातायात व्यवस्था को संभाला, तब जाकर ट्रैफिक सामान्य हुआ। इस दौरान करीब एक घंटे तक यातायात को लेकर लोगों को दिक्कत हुई, लेकिन एक घंटे बाद यातायात सामान्य हो गया।
दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर निर्माण के दौरान सुरक्षा को दृष्टि गत रखते हुए पूरी ऐतिहात बरती जाती हैं, लेकिन गुरुवार को चूक कैसे हुई, इसकी भी जांच होनी चाहिए। क्योंकि वहां से यदि कोई वाहन गुजर रहा होता तो बड़ा हादसा हो सकता था, जिसकी जिम्मेदारी कौन लेता?