- इजलास कमेटी की मीटिंग में लिया गया निर्णय
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: जमीअत उलेमा-ए हिन्द की इजलास कमेटी में मुस्लिमों में फैल रही बुराइयों को दूर करने सहित कई अहम बातों पर चर्चा की गई। जमीअत के पदाधिकारियों ने जिले की तीनों तहसीलों में एक-एक प्राथमिक उपचार केन्द्र बनाने का निर्णय लिया जहां जरूरत पड़ने पर जरूरमंदों को निशुल्क उपचार दिया जाएगा।
गुरुवार को शहर के सलेक विहार स्थित मस्जिद में जमीअत की मीटिंग में पदाधिकारियों ने कहा कि जिले की हर तहसील में एक हॉस्पिटल का इंतजाम होना चाहिए। ताकि जरूतर पड़ने पर जमीअत की तरफ से जरूरतमंदों को उपचार दिया जा सके।
इस दौरान जिला सदर मौलाना साजिद कासमी ने कहा कि इस्लाहे मुआशरे का प्रोग्राम चल रहा है, जिसमें मुस्लिमों में फैली बुराइयों को लेकर चर्चा की जा रही है। लोगों को बुराइयों से दूर रहने का ऐलान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज समाज में झूठ बोलना, मस्जिदों से दूरी, शराब पीना, गीबत करना आम होने लगा है, जिसको दूर करने के लिए जमीअत कार्य कर रही है। इस अवसर पर जनरल सैकेट्री मौलाना अय्यूब सहित जिले के तमाम तहसीलों, ब्लॉक से उलेमा-ए हिन्द के पदाधिकारियों ने शिरकत की।
इस मौके पर मुफ्ति मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद रागिब, मौलाना सैयद बदरूल हुदा, मजहरूल हुदा, मौलाना मोहम्मद नजाकत अली, मुफ्ति मोहम्मद दानिश, मौलाना वसीम, कारी मोहम्मद अरशद, मौलाना यामीन, मा. समीउल्लाह, मौलाना शौकीन, मुफ्ति मोहम्मद जुबैर, मौलाना नौशाद, कारी शमीम, हाफिज नूर मोहम्मद, कारी अब्दुल हमीद, मौलाना नसीम आदि मौजूद रहे।