- प्लेन में बैठते ही यूक्रेन पर हमला बोल दिया रूस ने
- ढाई महीने पहले ही एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया था आधार रस्तोगी
- थैंक्स गौड़, आफत शुरू होने से पहले घर आ गया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: किस्मत वाला हूं जैसे ही अपने देश आने के लिये जहाज में बैठा तभी वेस्टर्न यूक्रेन में रूस ने हमला बोल दिया। सुबह जब दोस्त से बात की तो पता चला इवानो शहर के बगल में रूसी सेना ने हमला बोल दिया है। आदर्श नगर निवासी सीडीए अधिकारी के बेटे आधार रस्तोगी यूक्रेन में चल रहे तनाव के दौरान देश वापस आ गए है। उनका कहना है कि ईश्वर का आभारी हूं कि सुरक्षित घर आ सका। इस वक्त यूक्रेन में युद्ध वाले हालात पैदा हो गए हैं।
आदर्श नगर में रहने वाले विवेक रस्तोगी ने अपने बेटे आधार का एडमिशन यूक्रेन के इवानो शहर में स्थित मेडिकल कालेज में कराया था। ढाई महीने पहले ही आधार यूक्रेन गया था। उसने बताया कि काफी दिनों से लग रहा था कि रूस से बढ़ता तनाव महौल को खराब कर देगा।
इसको लेकर डर सता रहा था। आधार ने बताया कि अकेले इवानो शहर में चार हजार से अधिक मेडिकल छात्र अपने देश के मौजूद हैं। यूक्रेन से घर आते ही परिवार में खुशियां भर गई। माता पिता ने अपने लाड़ले बेटे को सीने से लगाकर ईश्वर का आभार व्यक्त किया।
आधार रस्तोगी अभी एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के छात्र हैं, और सेमेस्टर सेकंड सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू होने के साथ ही आधार ने अपने पिता से इसके विषय में बताया था। रूस के हमले को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में आॅफलाइन कक्षाएं बंद कर दी गई।
23 फरवरी से आॅनलाइन कक्षाएं शुरू की गई। आधार रस्तोगी ने पिता को जब यह बताया तो पिता ने तुरंत टिकट बुक करा कर घर आने के लिए कहा। आधार रस्तोगी का कहना है कि उनके साथ इंडिया के 15 छात्र- छात्राएं यूक्रेन से दिल्ली आए। इसमें से वह अकेले मेरठ के थे। बाकी राजस्थान, नई दिल्ली, गाजियाबाद के रहने वाले हैं। यूक्रेन से नई दिल्ली आने वाली उनकी आखिरी फ्लाइट थी इसके बाद से वहां की फ्लाइट बंद कर दी गई।
आधार रस्तोगी मेडिकल कॉलेज के जिस हॉस्टल में रहते हैं। उनके रूम पार्टनर परीक्षा होने की वजह से नहीं आ पाए हैं। आज सुबह हुई बात में उनके रूम पार्टनर स्नेहाशीष ने बताया की हॉस्टल से 400 मीटर की दूरी पर बम गिरा है। आधार ने बताया कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक यूक्रेन वापस जाने का कोई मतलब नहीं बनता है। आन लाइन पढ़ाई करनी पड़ेगी। आधार ने बताया कि उसने यूक्रेनी भाषा सीखनी शुरु कर दी थी। आधार ने बताया कि चूंकि यूक्रेन में मीडिया सेंशर है इस कारण पापा आदि से बात करके ही असली खबरों के बारे में पता चलता था।
यूक्रेन पर हमले का असर मेरठ के स्पोर्ट्स कारोबार पर भी
गुरुवार को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। जिसके बाद वहां पर तबाही का मंजर है। लोग वहां से अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं, भारत के नागरिकों को भी बाहर निकालने की कवायत जारी है। इसका असर अन्य इंडस्ट्रियों के साथ खेल कारोबार पर भी पड़ रहा है।
स्पोर्ट्स गुड्स व्यापार संघ के अध्यक्ष अनुज सिंघल ने बताया कि अभी असर पड़ना शुरू हो रहा है। समुद्र के रास्ते जानें वाली शिपमेट रुकने की वजह से मेरठ से जाने वाला खेल का सामान भी फंस गया है। मेरठ से सभी खेलो जैसे क्रिकेट, इंडोर खेलों में जैसे कैरम व बैडमिंटन, हॉकी का सामान जाता है। इसके साथ ही कुछ मात्रा में खेलों से जुड़ें वेयर भी जाते हैं। साल में यहां से छह से 700 करोड़ रुपये का माल एक्सपोर्ट होता है।
हालांकि यूक्रेन में कितने का माल जाता है। इसका सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह करोड़ों में है। मेरठ स्पोर्ट्स इंडस्ट्रियल एरिया में 80 एक्सपोर्टर है, जो अपना माल बाहर भेजते हैं। इस तरह से माल बीच में रुकने से व्यापारियों को बड़ी क्षति होने का अनुमान है। मेरठ से गल्फ कंट्रीज में भी खेल का सामान भेजा जाता है, मौजूदा हालातों को देखते हुए बड़ा नुकसान होने की संभावना है। इसके साथ ही हवाई मार्ग से जाने वाला माल भी अब नहीं जा पा रहा है। जिससे हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं।
रूस-यूक्रेन जंग से मेरठ में सोना तपा
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनियाभर में सोना चमक गया है। अंतर्राष्टÑीय बाजार में कीमतें 18 महीने की ऊंचाई पर पहुंचने से मेरठ में भी एक दिन में स्टैंडर्ड सोना 13,50 और आभूषण वाला सोना 1,200 रुपये प्रति दस ग्राम महंगा हो गया हैं।
इसके साथ शुक्रवार को स्टैंडर्ड सोना 52,200 और जेवर वाला सोना 51,000 रुपये के भाव बिका है। दूसरी तरफ कीमतों में उछाल के बाद बाजार में खरीदार गायब हो गए हैं, जबकि मुनाफा वसूली के लिए सोना बेचने वाले बुलियन डीलर्स के पास पहुंच रहे हैं।
माना जा रहा है कि रूस और यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिका समेत नाटो देश शामिल हो जाते हैं तो एक सप्ताह में सोना 55 हजार के पार जा सकता हैं। हालांकि मेरठ में 7 अगस्त 2020 को सोना 57,530 रुपये के स्तर पर पहुंचकर रिकॉर्ड बना चुका हैं। सर्राफा विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा हालात में सोने की कीमतों में गिरावट की कोई संभावना नहीं हैं। सोना 2,150 डॉलर प्रति औंच तक पहुंच सकता हैं। इसका मतलब होगा कि मेरठ में सोना रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच जाएगा।
बाजार में सोना बेचने वालों की भीड़
सराफा एसोसियेशन और सराफा ट्रेडर्स बुलियन कमेटी के लोगों का कहना है कि सोने की कीमतों में आई तेजी अस्थाई हैं। इसके मद्देनजर मौके पर फायदा लेने के लिए लोग अपना पुराना सोना बेचकर मुनाफा वसूली करना चाहते हैं। इसके मद्देनजर शुक्रवार को मेरठ में सोना बेचने वालों की भीड़ आ गई। सोना बेचने के लिए दिनभर लोग सराफा बाजार में पहुंचे। तीन दिन से सोना ऊपर-नीचे जा रहा हैं।
मेरठ में बिक जाता है एक दिन में 10 करोड़ का सोना
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल और महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल के अनुसार मेरठ में एक दिन में करीब 10 करोड़ से ज्यादा का सोना बिक जाता है। वर्तमान में सोने में जो उतार-चढ़ाव आया है, उससे लोग सोना बेचने के लिए बाजार में आ रहे हैं।