- पार्किंग के लिए खरीदा एक प्लाट, क्या इसको एमडीए करेगा स्वीकृत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिस किंग ब्रेकरी की फाइल एमडीए बंद कर चुका था, फिर से फाइल रीओपन हो गई है। तमाम आपत्तियां लगाने के बाद लिख दिया गया था कि किंग ब्रेकरी की बिल्डिंग अवैध हैं, जिसका मानचित्र नियमानुसार स्वीकृत नहीं हो सकता। किंग ब्रेकरी के मालिकों की तरफ से अर्जी दी बिल्डिंग की कंपाउडिंग की। कहा गया है कि बिल्डिंग के साथ एक थोड़ी दूरी पर एक प्लाट हैं, जिसको पार्किंग का हिस्सा बनाया जाएगा।
इसी को लेकर कंपाउडिंग कराने की फिर से किंग ब्रेकरी के मालिकों में उम्मीद जागृत हुई हैं। उधर, प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी के निर्देश के बाद सोमवार को तहसीलदार विपिन मोरल ने किंग बे्रकरी का मौका-मुआयना भी किया। जिस प्लाट में पार्किंग बनाई जाएगी, उसको भी दिखाया। हालांकि इस बिल्डिंग से थोड़ी दूरी पर है पार्किंग वाला प्लाट, ऐसे में कैसे एमडीए स्वीकृत कर सकता हैं, यह भी बड़ा सवाल है।
वाहनों की पार्किंग करने के लिए पहले गली में जाएंगे, इसके बाद ही खरीदारी करेंगे। इस तरह से पार्किंग जो बनाई जा रही है उसकी दूरी किंग बे्रकरी और पार्किंग स्थल की काफी दूरी हैं। उधर, तहसीलदार विपिन मोरल ने मौका-मुआयना किया। पार्किंग स्थल जिस जगह को बनाया जा रहा है, उसे भी देखा। इसके बाद ही रिपोर्ट तैयार करके प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी को दी जाएगी।
इसके बाद ही तय होगा कि किंग बे्रकरी की बिल्डिंग कंपाउड हो सकती है या फिर नहीं। बता दें, किंग ब्रेकरी की बिल्डिंग का मानचित्र छह वर्ष से अस्वीकृत हैं। इसी बिल्डिंग का बार-बार किसी न किसी तरह से मानचित्र स्वीकृत कराने का प्रयास किया जा रहा हैं। इसके लिए एक करोड़ रुपये कंपाउडिंग के लिए भी एमडीए में जमा कराये गए हैं।