- रैपिड के साथ मेट्रो के काम ने भी पकड़ी रफ्तार
- दिसम्बर तक मिल सकता है फिनिशिंग टच
- एमईएस स्टेशन से मोदीपुरम तक काम और तेज
- एलिवेटेड ट्रैक पर मेरठ नॉर्थ स्टेशन हुआ कनेक्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो मेरठ को इसी वर्ष रैपिड के साथ साथ मेरठ मेट्रो का तोहफा भी मिल जाएगा। हालांकि एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि 2025 में मेरठ मेट्रो और दिल्ली-मेरठ के 82 किलोमीटर लम्बे कॉरिडोर पर रैपिड संचालन का लक्ष्य है, लेकिन इस कॉरिडोर पर जिस तेजी के साथ काम किया जा रहा है उससे लगता है कि रैपिड के साथ साथ मेरठ मेट्रो की सौगात इसी साल दिसम्बर तक मिल जाएगी।
इस समय दुहाई से लेकर मेरठ साउथ (परतापुर) तक रैपिड का ट्रायल रन चल रहा है। धीरे-धीरे अब इस ट्रायल रन में और तेजी आएगी तथा अलग-अलग गति पर इसे दौड़ाया जाएगा। फरवरी के अंत तक ट्रायल रन पूरा कर मार्च में दुहाई से परतापुर के बीच रैपिड संचालन शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, दूसरी ओर जून में भैंसाली स्टेशन तक ट्रायल रन प्रस्तावित है जबकि दो दिन पूर्व ही एलिवेटेड ट्रैक पर मेरठ नॉर्थ स्टेशन (पल्लवपुरम) को कनेक्ट कर दिया गया।
यह काम तीन दिन में पूरा होना था जिसे एक ही दिन में पूर्ण कर लिया गया। रैपिड से जुड़े सूत्रों के अनुसार दिसम्बर तक पूरे कॉरिडोर पर रैपिड संचालन शुरू हो सकता है। रैपिड ट्रैक पर ही मेरठ मेट्रो का संचालन भी होना है, लिहाजा अगर दिसम्बर तक रैपिड कॉरिडोर तैयार हो जाता है तो मेट्रो के संचालन की भी पूरी उम्मीद की जा सकती है। उधर, रैपिड से जुड़े कुछ सूत्रों का यह भी कहना है कि यदि दिसम्बर तक काम 100 प्रतिशत पूरा न हुआ
तो फाइनल टच तक जरूर पहुंच जाएगा। रैपिड की जिज्ञासा के बाद अब शहर के लोगों की प्रायोरिटी मेरठ मेट्रो भी हो गई है। शहर के लोग अपने शहरी आवागमन के साधन के प्रति काफी काफी संजीदा हैं। वे मेरठ मेट्रो ट्रेन की एक झलक पाने को भी आतुर हैं।
30 रैपिड और 10 मेट्रो दौड़ेंगी ट्रैक पर
रैपिड प्रशासन पहले ही यह बात सार्वजनिक कर चुका है कि कुल 40 ट्रेनें ट्रैक पर दौड़ेंगी। इनमें से 30 रैपिड ट्रेनें होंगी, जबकि 10 मेट्रो ट्रेनें मेरठ शहर में दौड़ेंगी। कई रैपिड ट्रेनों के सैट दुहाई डिपो में पहुंच चुके हैं। जबकि मेरठ मेट्रो ट्रेन की एक झलक पाने का सबको इंतजार है।