- सामान चोरी कर हाथों हाथ बेच देती थी राह चलते कबाड़ियों को
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आर्मी एरिया में चोरी की वारदातें अंजाम देने वाले महिला थीफ गैंग को पुलिस ने दबोचा है। सबसे हैरत भरी बात तो यह है कि यह गैंग अरसे से चोरी कर रहा है और कभी पकड़ा नहीं गया। दरअसल, गैंग की सदस्य चोरी का माल कभी भी अपने ठिकानों पर नहीं पहुंचाती थीं। इधर चोरी की और उधर राह से गुजरने वाले कबाड़ियों को माल बेच दिया। औने-पौने रेट पर ये चोरी का सामान बेच दिया करती थी। सोमवार को लालकुर्ती पुलिस ने एक सूचना पर इन्हें दबोच लिया। इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
एसओ लालकुर्ती इंदू वर्मा ने बताया कि बुचड़ी रोड पर पांच महिलाएं खड़ी थी। जिन्होंने 28 जनवरी की रात को चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने सूचना के आधार पर सभी महिलाओं को घेराबंदी कर दबोच लिया। थाने लाकर पूछताछ की तो वह शातिर चोर गिरोह निकली जो आर्मी के क्षेत्रों में सेंधमारी करके कीमती इलेक्ट्रिक तार और प्रेशर वायर को चुराती थीं। पूछताछ में महिलाओं ने अपने नाम अंजली पत्नी मोनू उम्र करीब 25 वर्ष, बबली पत्नी बिहू उम्र करीब 35 वर्ष, पूनम पत्नी दिनेश उर्फ सनी उपा करीब 28 वर्ष, मिनिमा पत्नी राजा उम्र करीब 38 वर्ष और भगवती पत्नी सत्ते उम्र करीब 20 वर्ष बताया।
गिरफ्तार सभी महिलाएं जवाहर नगर रोहटा रोड थाना कंकरखेड़ा बताया। गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि हम लोग कूड़ा बीनने की आड़ में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। चोरी किया गया सामान राह चलते कबाड़ियों को बेचकर अपना गुजारा करते हैं। थाने में 28 जनवरी को अंकुश कुमार ने थाने जाकर अज्ञात में तहरीर दी थी। पीड़ित के अनुसार लालकुर्ती क्षेत्र के आरवीसी सेंटर के सामने खड़े डिस्प्ले टैंकों से कीमती वायर और प्रेशर चोरी किया गया था। वहीं थाने पहुंचे अंकित ने चोरी हुए तार को स्वयं पहचान कर ली जिसके बाद पुलिस ने सभी के खिलाफ धारा 379, 411 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
जरायम की दुनिया का बादशाह बनने को सनौता में कई परवेज
फलावदा: शासन की सख्ती के चलते संपत्ति कुर्क होने पर भूमिगत हुए सनौता के हिस्ट्रीशीटर हाजी परवेज भूमिगत हो गया, लेकिन जुर्म की दुनिया की बादशाहत की ख्वाहिश में गांव के कई परवेज सक्रिय हो गए हैं। शातिर हाजी परवेज के नाम पर नकली करेंसी के धंधे में उतरे गैंग से पुलिस के गठजोड़ की खबरे सामने आ रही है। पूर्व कप्तान प्रभाकर चौधरी की तैनाती के दौरान मेरठ पुलिस के निशाने पर आया सनौता का शातिर हाजी परवेज चल अचल संपत्ति जब्त होने के बाद भूमिगत है।
इनामी होकर जेल गए हाजी परवेज की जमानत हो चुकी, लेकिन जेल से रिहाई के बाद उसने पलटकर गांव का रुख नहीं किया। कयास लग रहे हैं कि वह योगीराज में अपराध को अलविदा कह चुका है। उसके भूमिगत होने के बाद अपराध की दुनिया में बादशाह बनने के लिए गांव के कई शातिर हाजी परवेज बनने के लिए सक्रिय हो गए हैं। नए गैंग ने अपना पूरा नेटवर्क फैला दिया है। ग्राम सनौता से संचालित यह गैंग नकली करेंसी से शिकार कर रहा है।
पिछले दिनों गैंग ने जाली करेंसी से गैर जिले के एक मीडियाकर्मी को अपना शिकार बनाया। वारदात के बाद हुई शिकायत के चलते कई राज खुलकर सामने आये। पीआरवी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर संलिप्ता के आरोप लगे। इसके अलावा स्थानीय थाने से भी गैंग के तार जुड़े होने की बात सामने आई। बताते हैं कि पिछले दिनों नेटवर्क की शिकायत अफसरों के बाद थाना पुलिस से भी की गई, लेकिन गठजोड़ के चलते पुलिस ने गैंग को सतर्क करते हुए मामले पर लीपापोती कर दी।
बताया जा रहा है कि सक्रिय चल रहे इस गैंग के सदस्य जाली करेंसी से पार्टी काटने के बाद अपनी गर्दन बचाने के लिए शातिराना अंदाज से हाजी परवेज का पुलिस द्वारा सील किया मकान दिखाकर पल्ला झाड़ रहे हैं। शिकार को पुलिस का रोब दिखाकर खामोश रहने को मजबूर कर दिया जाता है। यह खेल काफी दिनों से चल रहा है। पिछले दिनों पुलिस की नजर टेढ़ी होने हाजी परवेज भूमिगत हो गया, लेकिन सनौता गांव में कई आपराधी अपना गैंग बनाकर हाजी परवेज बनने के लिए नेटवर्क चला रहे हैं।