- नगरीय आबादी से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में खौफ, ग्रामीण खौफ के साये में गुजार रहे रात
- वन विभाग के अफसरों का दावा ग्रामीणों को गोष्ठी कर किया जा रहा जागरूक
- आंकड़ों के अनुसार फिशिंग कैट यानी मछली को पकड़ने वाली बिल्ली की तादाद में गिरावट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: किठौर के बाद मीनाक्षीपुरम में तेंदुए की वन विभाग के अफसरों ने पुष्टि कर दी। वन विभाग के वाट्सप ग्रुप तेंदुए की फोटो भी डाली गई हैं, जिसे कहा गया कि ये तेंदुआ कैमरे में कैद हो गया। तेंदुए के साथ उसका शावक भी साथ में था। इसकी पुष्टि की गई हैं। आहट ने शहर से लेकर ग्रामीणों क्षेत्र के लोगों में हलचल पैदा कर दी है। दिन ढलते ही लोग का घरों से निकलना दुश्वार हो रहा है। इससे ग्रामीण व शहरवासी काफी घबराए हुए हैं।
वहीं, वन विभाग के अफसर तेंदुए की उपस्थिति को फिशिंग कैट बता रहे हैं। यह वो बिल्ली होती है जो मछली को पकड़कर अपना भोजन बनाती है। वन विभाग की उदासीनता तो देखिए की दिन निकलते ही बिल्ली ने तेंहुए का रूप ले लिया। कहीं सच में तेंदुआ किसी को अपना शिकार न बना दें। फिलहाल, वन विभाग के अफसर लोगों को तसल्ली देने पर जुटे है। और दावा कर रहें है कि यह तेंदुआ तो है, लेकिन, वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी एवं जन सूचना अधिकारी राजेश कुमार के अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा मीडिया ग्रुप मेें डाली गई, सूचना से स्पष्ट हो गया है कि शहर में तेंदुआ है। मीनाक्षीपुरम में तेंदुए की दस्तक ने शहरवासियों की नींद उड़ा दी हैं। वहीं, घटना से शहर में खलबली मची हुई हैं। वन विभाग बचाव में फिशिंग कैट का राग जाप रहे हैं। जिम्मेदार आदमखोर की दस्तक से इंकार करते नजर आए
और अपनी कमियों को छिपाती नजर आ रहे है। वहीं, जनवाणी ने तेंदुए की दस्तक को शुक्रवार के अंक में प्रकाशित किया और शुक्रवार को मामले की तय तक जाने के अखबर की टीम जुट गई, जबकि, शुक्रवार को विभागीय अधिकारी मामले में पुष्टि करने से कराते नजर आए। विभागीय अधिकारियों की यह जुमलेबाजी कहीं बड़ी घटना को अंजाम न दे दे।
विभागीय अफसरों का दावा
डीएफओ ने जारी प्रेस नोट में दावा करते हुए बताया कि 27 दिसंबर की दोपहर लगभग 1:30 बजे स्थानीय ग्रामीणों से सूचना मिलने की बात को स्वीकार लिया है। साथ ही बताया कि कृषक रियासत पुत्र भूरे निवासी राधना तहसील मवाना के खेत में स्थित नलकूप के सूखे कुएं में एक तेंदुए का शावक गिरने की सूचना मिली थी। इस पर उप प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में परीक्षितगढ़ एवं हस्तिनापुर रेंज के वनकर्मियों की टीम का गठन कर आनन फानन में मौके पर भेजा गया। और तेंदुए में गिरे शावक को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।
पशु चिकित्सक की जांच में शावक स्वस्थ
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पशु चिकित्साधिकारी डा. आरके सिंह से भी फोन पर संपर्क कर उनका सहयोग लिया गया। उनके आदेश पर तेंदुए के शावक को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया। और साथ ही पशु चिकित्साधिकारियों से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। पशु चिकित्साधिकारी द्वारा प्रस्तुत स्वास्थ्य परीक्षण रिपोर्ट में उक्त शावक स्वस्थ पाया गया। रेस्क्यू किये गये उक्त शावक को उसकी मां से मिलाने की कार्रवाई आरके सिंह के मार्ग निर्देशन में की गई।
वन विभाग ने की तेंदुए की पुष्टि
वन विभाग के अधिकारियों ने प्रेस नोट जारी कर मीनाक्षीपुरम में तेंदुए की दस्तक की पुष्टि कर दी है। इसके अलावा विभाग ने यह भी दावा किया है कि उक्त क्षेत्र में तेंदुए की उपस्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर वन विभाग द्वारा एसओपी (स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसीजर)की गाइडलाइस के अनुसार स्थानीय ग्रामीणों को आदमखोर से बचने के लिए क्या करना चाहिए और क्या न करना चाहिए अस पर गोष्ठी आयोजित कर जागरूक करने की बात कही है। हालांकि, इस संबंध में विभाग द्वारा कोई गोष्ठी की फोटो साझा करने से बचते नजर आए हैं। साथ ही कहा है कि तेंदुआ देर रात्रि में अपने शावक अपनी मां के साथ प्राकृत वास में चला गया है।