- सार्वजनिक उपक्रमों को विनिवेश करने के विरोध में की हड़ताल
- भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा पर की एक दिवसीय हड़ताल
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: मेरठ डिविजन इश्योरेंस एम्प्लाइज यूनियन की स्थानीय शाखा ने भारत सरकार के भारतीय जीवन बीमा निगम से अपनी हिस्सेदारी कम करने तथा सभी सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश करने के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल की। गुरुवार को भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा के मुख्यगेट पर एआईआईईए तथा एनसीजेडआईईएफ से सम्बद्ध मेरठ डिविजन इश्योरेंस एम्प्लाइज यूनियन की नजीबाबाद शाखा के के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उक्त हड़ताल भारत सरकार की ओर से भारतीय जीवन बीमा निगम से अपनी हिस्सेदारी कम करने तथा सभी सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश करने के विरोध में की जा रही है। भारतीय जीवन बीमा निगम की ओर से अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए अपनी स्थापना के समय से ही सरकार को देश के विकास के लिए पंच वर्षीय योजनाओं में धन उपलब्ध कराया जाता रहा है।
12वीं पंच वर्षीय योजना में भारतीय जीवन बीमा निगम ने सरकार को 14 लाख 23 हजार 55 करोड़ रुपए की सम्पत्ति उपलब्ध करायी है। इसके बावजूद सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करना चाहती है। मेरठ डिविजन इश्योरेंस एम्प्लाइज यूनियन की स्थानीय शाखा के पदाधिकारी व सदस्य हड़ताल के माध्यम से एलआईसी के प्रस्तावित आईपीओ के विरोध के साथ-साथ सभी सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश व किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं। साथ ही सरकार में लंबित न्यूनतम मजदूरी 2100 रुपए, सभी श्रेणियों में पुरानी पेंशन बहाली तथा अगस्त 2017 से लंबित वेतन पुर्ननिर्धारण आदि की मांग करते हैं। हड़ताल को सफल बनाने में अतुल कुमार, कपिल कुमार, विवेक, शशांक, राजीव, केपी सिंह, हर्षित, डीएस भंडारी, राजेन्द्र सिंह, अमित सिंह आदि का सहयोग रहा।