- श्रीराम के बाण से सौ योजन दूर जा गिरा मारीच
जनवाणी संवाददाता |
शामली: श्री मंदिर हनुमान टीला हनुमान धाम शामली के रंगमंच पर 53 वें रामलीला महोत्सव में शनिवार की रात ताड़का वध और फुलवारी लीलाओं का मंचन किया गया। रामलीला के मंच पर दिखाया गया कि ऋषि-मुनियों पर राक्षसों का अत्याचार पर ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ से राक्षसों के संहार के लिए भगवान राम व लक्ष्मण को मांग कर लाते हैं। ऋषि विश्वामित्र भगवान राम-लक्षमण को घनघोर बियाबान दंडक वन में लेकर जाते है, जहां पर मारीच व सुबाहु की बहन राक्षसी ताड़का का वास होता है। सभी ऋषि मुनि ताड़का राक्षसी के अत्याचारों से परेशान थे।
भगवान राम और राक्षसी ताड़का का वध कर देते हैं। जिससे सभी ऋषि, मुनि प्रसन्न हो जाते हैं। ताड़का का भयानक अभिनय बाहर से आए कलाकार सतीश कुमार रब्बा ने किया। ताड़क वध के बाद उसके दोनों भाई मारीच और सुबाहु के साथ श्री राम का युद्ध होता है। इस युद्ध में श्रीराम का बाण लगने से मारीच सौ योजन दूर जाकर गिरता है तथा सुबाहु मृत्यु को प्राप्त होता है। इस लीला के मंचन में भगवान श्री राम का अभिनय राहुल चतुवेर्दी, लक्ष्मण जी का अभिनय राघव चतुवेर्दी के द्वारा किया गया। लगातार तीसरे दिन भी बारिश होने के बाद दर्शकों में काफी उत्साह रहा और दर्शकों की काफी भीड़ रही है। शानदार दृश्य दीपक सैनी, वंश नामदेव ने प्रस्तुत किए।