- मंडी में गुड़ खरीद पर चुकाना पड़ता है 2.5 प्रतिशत टैक्स
- व्यपारियों ने मीटिंग में कहा कि 26 तक जारी रहेगी हड़ताल
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: नवीन मंडी व्यापार मंडल ने गुड़ पर मंडी शुल्क समाप्त न किए जाने के विरोध में दूसरे दिन भी व्यापारियों ने अपनी दुकाने बंद कर हड़ताल जारी रखी। व्यापारियों का कहना था कि मंडी शुल्क समाप्त नहीं हुआ तो मंडी व्यापार चौपट जाएगा। व्यापारियों ने प्रदेश संगठन के निर्देश पर मंडी में 26 सितंबर तक हड़ताल जारी रहेगी।
कृषि उत्पादन मण्डी परिसर के बाहर व्यापार करने पर शुल्क समाप्त करने के खिलाफ मण्डी व्यापारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को नवीन मंडी व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष पवन सिंघल के प्रतिष्ठान पर व्यापारियों की एक मीटिंग का आयोजन किया गया।
जिसमें पूर्व अध्यक्ष पवन संगल ने बताया कि प्रदेश संगठन के आह्वान पर छह दिन मंडी बंद कर हड़ताल की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मंडी से बाहर गुड़, शक्कर आदि की खरीदारी करने पर कोई टैक्स नहीं जबकि मंडी परिसर के अंदर खरीद पर व्यापारियों से 2.5 प्रतिशत टैक्स वसूला जाता है।
मंडी के बाहर गुड़ खरीदारी किए जाने से किसान व्यापारियों का भारी नुकसान हो रहा है। साथ ही, सरकार को भी लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है। यदि मंडी के बाहर ही गुड़ की। उन्होंने बताया कि प्रदेश संगठन मंत्री श्याम बिहारी मिश्र के निर्देश अनुसार 26 सितम्बर तक मंडी में हड़ताल जारी रहेगी।
पूर्व अध्यक्ष राजेश संगल ने बताया कि बताया कि मंगलवार को कुछ किसान । गुड़ लेकर मंडी पहुंचे थे, उनका माल कट्टों में भरवाकर सुरक्षित रखवा लिया गया है।
मीटिंग में विनोद मंगलपुर, राजीव सिंघल, सत्यवीर सिंह, रामफल, दिनेश जैन, शरद जैन, प्रवीण गोयल, सतीश गोयल, अनेंद्र चौधरी, संजय मित्तल, उमेश संगलआदि उपस्थित रहे।
मंडी की हड़ताल को व्यापार मंडल का पूर्ण समर्थन
पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने व्यापार मंडल की बैठक प्रदेश भर में मंडी व्यापारियों की 6 दिन की हड़ताल को पूर्ण समर्थन दिया है।
उन्होंने शामली मंडी के संरक्षक बृजभूषण संगल व पूर्वाअध्यक्ष राजेश संगल से बात की तथा मैनपुरी खुर्जा मुजफ्फरनगर हाथरस सहारनपुर आदि जिलों की मंडियों के पदाधिकारियों से संपर्क करके उन्हें पूर्ण समर्थन की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार ने सीधा किसान से खरीद कर बाहर बेचने वालों पर मंडी शुल्क समाप्त कर दिया है जबकि मंडी में आने वाले माल पर ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क लगता है।
ऐसे में मंडियों में माल आने बंद हो जाएंगे व्यापारी कुछ दिनों बाद हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल व्यापारियों को साथ लेकर संघर्ष करेगा और सरकार को मंडी शुल्क समाप्त करने के लिए मजबूर कर देगा।
बैठक में सुभाष चंद्र धीमान, नरेश चंद्र, आशु पुरी, पवन गोयल, राजीव गर्ग, अमित गर्ग, महेश कुमार व विजय बहादुर आदि उपस्थित रहे।