- एंटी करप्शन की टीम ने अनुचर को रंगे हाथों दबोचा, वीसी ने किया निलंबित, कंकरखेड़ा थाने पर मुकदमा दर्ज
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: हाइवे के समीप कालोनी में मकान बना रहे एक एयरफोर्स कर्मचारी से अवैध वसूली करने पहुंचे मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी को 25 हजार रुपये की रिश्वत के साथ एंटी करप्शन की टीम ने दबोच लिया। टीम उसे पकड़कर कंकरखेड़ा थाने ले आई और अनुचर व बाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मेडा के उपाध्यक्ष ने रिश्वत खोर कर्मचारी को निलंबित कर दिया।
थाना क्षेत्र के योगीपुरम के चमन विहार कॉलोनी के रहने वाले प्रवेश कुमार ने बताया कि उनका भाई दिनेश कुमार जोएयर फोर्स के टेक्निकल विभाग में कार्यरत है। उनके भाई का योगीपुरम चौकी क्षेत्र के चमन विहार कॉलोनी में ढाई मंजिला मकान काफी समय से बन रहा है। जिसकी देखरेख वह खुद ही कर रहे हैं। प्रवेश कुमार का कहना है कि मेडा विभाग ने उनके भाई दिनेश कुमार के मकान पर सील लगा दी थी, लेकिन मेडा के लोग सील लगाने के बाद उनके भाई की फाइल लोक अदालत में नहीं भेज रहे थे।
मेडा का अनुचर राम सिंह विष्ट लगातार पैसों के लिए परेशान कर रहा था और कह रहा था कि फाइल लोक अदालत में नहीं भेजी जाएगी। मकान का ध्वस्तीकरण भी करा देंगे। बदले में वह 25 हजार रुपये मांग रहा था। इस मामले में 25 हजार रुपये देने की बात तय हुई। इस बीच, प्रवेश कुमार ने एंटी करप्शन को पूरी जानकारी दी। टीम ने पूरा जाल बिछाया और अनुचार को आज पैसा लेने के लिए बुलाने की बात कही। शनिवार दोपहर में अनुचार प्रवेश कुमार के यहां पैसा लेने के लिए पहुंचा।
उसी दौरान जहां एंटी करप्शन टीम की निरीक्षक अंजू भदोरिया, निरीक्षक दुर्गेश कुमार, कृष्ण अवतार, योगेंद्र कुमार, उप निरीक्षक राहुल देव तोमर, हेड कांस्टेबल, रविंद्र कुमार, दीपक मान, आकाश, गौरव, रोहित, अनुज, महिला कांस्टेबल मीनाक्षी चौधरी आदि मौके पर पहुंच गए। जैसे ही राम सिंह बिष्ट को 25 हजार की रिश्वत दी, तभी उसे रंगेहाथों दबोच लिया गया। एंटी करप्शन की इंस्पेक्टर अंजू भदोरिया ने बताया कि कंकरखेड़ा की योगीपुरम चौकी के पीछे दिनेश कुमार का ढाई मंजिला मकान बन रहा था।
जिस पर मेडा ने पहले मकान मालिक को नोटिस दिया था। उसके बाद मेडा का कर्मचारी राम सिंह बिष्ट बार-बार दिनेश कुमार के भाई प्रवेश कुमार को पहुंचकर बार-बार तंग कर रहा था। इसके चलते ही यह कदम उठाया गया। गिरफ्तार राम सिंह बिष्ट ने बताया कि वह यह रिश्वत की रकम मेडा के बाबू शिव गोपाल वाजपेई के कहने पर लेने के लिए आया था। एंटी करप्शन टीम ने राम सिंह बिष्ट और बाबू शिव गोपाल बाजपेई के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।